देवघर/रांची। गोड्डा के बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे एक बार फिर से चर्चा में आ गए है। सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ देवघर के टाउन थाना और मधुपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज हुई है। दोनों जगह प्राथमिकी 24 अक्टूबर की तारीख में हुआ। एक तरफ जहां देवघर के जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार ने दर्ज कराया है। जबकि, दूसरी तरफ राजीव कुमार सिंह नाम के शख्स ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। दोनों मामले की जानकारी देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के माध्यम से लोकसभा अध्यक्ष को जानकारी भी दी गयी है।
इधर, प्राथमिकी दर्ज होने के बाद निशिकांत दुबे ने कहा है कि मुख्य चुनाव आयुक्त के आदेश के तहत उनपर कोई केस नहीं बनता है। मुख्य चुनाव आयुक्त के आदेश की धज्जी उड़ाते हुए मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के 6 महीने बीतने के बाद थाने में देवघर डीसी के कहने पर उनके खिलाफ एफआईआर हुई है।
पहला मामला :-
देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री पर अनैतिक दवाब बनाने के लिए सोशल मीडिया में पोस्ट करने से संबंधित है। हालांकि, यह मामला मधुपुर विधानसभा उपचुनाव से संबंधित है।इसके अलावा आवेदन में यह भी बताया गया है कि 7 अप्रैल 2021 को निर्देशो और शर्तों का उलंघन करते हुए विज्ञापन प्रकाशित कराया गया। जिसमें नीचे भाग पर अंकित स्थान को प्रकाशित नहीं किया जाना था, तथापि प्रकाशित विज्ञापन में स्थान का नाम दृष्टिगोचर है।
दूसरा मामला :-
मधुपुर विधानसभा उपचुनाव के दौरान संप्रदाय विशेष को लेकर की गई टिप्पणी मामले में यह प्राथमिकी दर्ज हुई है। जिसमें कहा गया है कि सांसद निशिकांत दुबे ने 15 अप्रैल 2021 को ट्विटर एकाउंट पर पोस्ट डाला था। जिससे मतदाताओं के बीच आक्रोश का माहौल तैयार करने व टकराव उत्पन्न करने का प्रयास था।