Joharlive Team
दुमका। जिले में संचालित दो प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय में फर्जी तरीके से नियुक्त लिपिक और शिक्षा विभाग के कर्मियों की मिलीभगत से करीब पचास लाख रुपये की सरकारी राशि के गबन के मामले में चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।
दुमका के पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी संजय मालवीय ने शुक्रवार को बताया कि शिक्षा विभाग के अनुमंडल शिक्षा पदाधिकारी छक्कू लाल मुर्मू के लिखित आवेदन पर दुमका नगर थाने में भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। दर्ज प्राथमिकी में जिले के प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय (काठीकुंड) के लिपिक मनोज कुमार साह, प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय (गोपीकांदर) के लिपिक संजय कुमार मंडल, जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में पूर्व में पदस्थापित तत्कालीन प्रधान लिपिक शशिभूषण श्रीवास्तव और लिपिक मोहम्मद इफ्तेखार को नामजद आरोपी बनाया गया है।
इससे पहले मामले के संज्ञान में आने के बाद उपायुक्त राजेश्वरी बी के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम गठित कर मामले की पड़ताल की गयी। टीम में जिला विधि शाखा के उप समाहर्ता, जिला लेखा पदाधिकारी और कोषागार पदाधिकारी बतौर सदस्य शामिल किये गये।
जांच में प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय काठीकुंड के लिपिक मनोज कुमार साह, प्रोजेक्ट बालिका उच्च विद्यालय गोपीकांदर के लिपिक संतोष कुमार मंडल को नियम विरुद्ध सेवा को मान्यता देने एवं उन्हें वेतनादि का भुगतान करने और दुमका कोषागार से वर्ष 2017 में 49,53,731 रुपए के अवैध निकासी कर इन लिपिकों को भुगतान करने में जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के तत्कालीन प्रधान लिपिक शशिभूषण श्रीवास्तव और लिपिक मो.इफ्तेखार को दोषी पाया गया।