गढ़वा। जिले के मेराल थाना क्षेत्र में एक आदिवासी नाबालिग लड़की के साथ रेप का मामला सामने आया है. इस घटना से जहां पीड़िता और उनके परिजन स्तब्ध थे। वहीं गांव के पंचायत ने परिजनों को इस मामले का एफआईआर दर्ज नहीं कराने का फैसला सुनाया। जिसके बाद एक हफ्ते तक मामले को दबाकर रखा गया। बाद में पंचायत के आदेश को नहीं मानते हुए पीड़ित लड़की के परिजनों ने एफआईआर दर्ज करायी है।
बता दें कि मेराल थाना के एक गांव की 11 वर्षीया आदिवासी नाबालिग लड़की शाम में पहाड़ की ओर लकड़ी चुनने गई थी। उसके साथ उसका चचेरा भाई भी था. इसी दौरान गांव के एक युवक ने उस लड़की को पकड़ लिया और उसे जबरन जंगल की ओर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। चचेरे भाई के शोर मचाने के बाद आरोपी युवक घटना स्थल से फरार हो गया।
ग्रामीणों को जब पूरी घटना की जानकारी मिली तो एक पंचायत बुलाई गई. जिसमें सर्वसम्मति से पीड़ित लड़की के परिवार को एफआईआर दर्ज नहीं कराने का आदेश दिया गया। एक हफ्ते तक पंचायत का आदेश मानने के बाद लड़की के परिजनों ने हिम्मत दिखाते हुए गढ़वा थाने में एफआईआर दर्ज करायी है।
महिला थाना में एफआईआर होने के बाद पुलिस इसकी बारीकी से जांच कर रही है। नाबालिग का मेडिकल टेस्ट कराया गया है. कोर्ट में 164 का बयान भी दर्ज कर लिया गया है। पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।