रांची । स्टेट बैंक आफ इंडिया की हटिया शाखा स्थित झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के खाते से एक अरब, एक लाख 41 हजार 16 रुपये के फर्जी हस्तांतरण मामले में मास्टरमाइंड संजय तिवारी के खिलाफ रांची के अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर विनोद कुमार के बयान पर यह प्राथमिकी दर्ज की गई है।
उल्लेखनीय है कि ईडी ने रांची पुलिस को पत्र लिखकर पांच एसयूवी के लिए फर्जी तरीके से उपयोग करने के आरोप में संजय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए रांची पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन में जुट गई है।
ईडी की जांच में खुलासा हुआ था कि घोटाले का मास्टरमाइंड संजय तिवारी अपने वाहनों के लिए फर्जी पंजीकरण संख्या का इस्तेमाल कर रहा था, इसके अलावा उसने राष्ट्रीय राजमार्ग का जाली पहचान पत्र भी बनाया था। ईडी ने छापेमारी के दौरान इन वाहनों और आईडी कार्ड को जब्त किया था। ईडी ने अपनी जांच रिपोर्ट में कहा है कि संजय तिवारी ने एसयूवी के लिए इस तरह के फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर और एनएचएआई की आईडी का इस्तेमाल करता था। धनबाद के हीरापुर निवासी संजय तिवारी भानु कंस्ट्रक्शन के मालिक हैं।