गढ़वाः सरकार गरीबों और किसानों के सहायतार्थ कई योजनाएं चला रही है, उनके लिए पैसे भेज रही है. लेकिन ब्लॉक में बैठे पदाधिकारी और बाबुओं की करतूत से ऐसी योजनाएं लूट जाती है. हद तो तब हो जाती है जब गरीब पैसे मांगने ब्लॉक जाते हैं तो उन्हें गाली-गलौज और घूसा दिया जाता है. गढ़वा में सरकारी योजनाओं में अनियमितता सामने आई है.
गढ़वा जिला मुख्यालय स्थित गढ़वा ब्लॉक में ऐसी ही घटना घटी है. गढ़वा ब्लॉक में मारपीट के आरोप में किसान ने बीपीओ और कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. किसान आरोप है कि बीपीओ और कंप्यूटर ऑपरेटर ने उनके साथ गाली-गलौच और मारपीट की है. मामले की जांच की जा रही है. गढ़वा में किसान से मारपीट का मामला सामने आया है. ये आरोप गढ़वा ब्लॉक के पदाधिकारी और कर्मचारी पर लगे हैं. घटना को लेकर बताया जा रहा है कि गढ़वा ब्लॉक के भदुमा गांव के किसान राधेश्याम पाल को 2016 में कुआं बनाने के लिए योजना पारित हुई थी. राधेश्याम पाल को इस योजना में समय से पैसा नहीं मिला.
उन्होंने कर्ज लेकर कुआं का निर्माण पूरा किया. गढ़वा ब्लॉक से अभी तक उन्हें इस योजना की पूरी राशि नहीं मिली है. वह बार-बार गढ़वा ब्लॉक में जाकर पैसे की मांग करते थे. राधेश्याम का यह प्रयास ब्लॉक के पदाधिकारी और बाबुओं को अच्छा नहीं लगता था. क्योंकि राधेश्याम पैसे रिलीज करने के एवज में रिश्वत नहीं देना चाहते हैं. यही कारण है कि उनका भुगतान लंबित है. शुक्रवार को एक बार फिर से राधेश्याम अपने पैसे की मांग करने गढ़वा ब्लॉक पहुंचे. जहां उनकी मुलाकात बीपीओ हाशिम अंसारी से हुई. उन्होंने अपना दुखड़ा उन्हें सुनाया. इस पर बीपीओ ने कहा कि अब पैसा नहीं मिलेगा क्योंकि यह योजना ही बंद हो गयी है.
इस पर राधेश्याम ने कर्ज लेकर योजना को पूरा करने की बात कहते हुए पैसे की मांग की. इस दौरान कंप्यूटर ऑपरेटर राजू भी बीच में टपक पड़े और दोनों मिलकर राधेश्याम को डांटने लगे. पीड़ित राधेश्याम के अनुसार बीपीओ साहब ने कंप्यूटर ऑपरेटर को उन्हें पीटकर बाहर भगाने का आदेश दिया. जब राधेश्याम वहां से निकलने को हुए तो बीपीओ ने उन्हें पकड़ लिया और अंदर से दरवाजा बंद कर दिया, ऑपरेटर राजू ने उन्हें कई थप्पड़ जड़ दिए.
हाथ में लिए किसी वस्तु से राधेश्याम के सिर पर वार किया, जिससे वो जख्मी हो गए. कार्यालय के बाहर से शोरगुल की आवाज आने पर दरवाजा खोला गया तब वो बाहर निकले. राधेश्याम इसकी शिकायत करने डीसी के पास गए लेकिन वो उस वक्त वहां मौजूद नहीं थे. उसके बाद थाना में एफआईआर दर्ज करायी है. इस मामले को लेकर एसडीपीओ अवध कुमार यादव ने कहा कि इस घटना की प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसकी जांच की जाएगी और नियम संगत कार्रवाई भी होगी.