रांची: टाटीसिलवे के निजी अस्पताल में एक दुर्लभ मामला सामने आया है। यहाँ पर महज़ एक साल की बच्ची के पेट में भ्रूण पाया गया है। यह बच्ची गिरिडीह जिला की है। जिसे लेकर उसके माता-पिता टाटीसिलवे स्थित निजी अस्पताल पहुंचे।
डॉक्टरों ने दर्द से कराहती बच्ची का अल्ट्रासाउंड किया, तो उन्हें कुछ विशेष गड़बड़ी लगी। इसके बाद सोनोग्राफी, सीटी स्कैन और एमआरआई रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि बच्ची के पेट में भ्रूण है। डॉ. आलोक चंद्र प्रकाश की टीम ने सर्जरी कर बच्ची के पेट से भ्रूण को बाहर निकाला। बच्ची अब बिल्कुल स्वस्थ है। उसे अस्पताल से छुट्टी दे गई है।
50 लाख में ऐसा एक केस
डॉ. आलोक ने बताया कि मां के गर्भ में पलने के दौरान जुड़वां बच्चे होने की स्थिति में एक भ्रूण विकसित नहीं हो पाता और दूसरे के शरीर में चिपक जाता है। दुनिया भर में अब तक ऐसे करीब 200 मामले मिल चुके हैं। माना जाता है कि 50 लाख में ऐसा एक मामला पाया जाता है। भारत के कुछ राज्यों में भी 5-6 मामले ऐसे मिले हैं। इसे मेडिकल भाषा में फिट्स इन फिटू यानी भ्रूण के अंदर एक और भ्रूण कहा जाता है।