Joharlive Desk
नयी दिल्ली। छह बार की विश्व चैंपियन और ओलम्पिक पदक विजेता महिला मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम ने कहा है कि शादी करने और बच्चे पैदा करने के बाद वापसी करना आसान नहीं होता लेकिन उन्हें इस बात की ख़ुशी है कि वह इसके बाद भी अपनी जिंदगी में सफलता हासिल करने में कामयाब रहीं।
विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के इतिहास की सबसे सफल मुक्केबाज मैरीकॉम ने सोमवार को एजेंडा आजतक में अपने करियर के संघर्ष पर प्रकाश डाला और बताया कि किस तरह वह इस मुकाम तक पहुंचीं।
मैरीकॉम ने कहा कि उन्हें बहुत सी बाधाओं और नकारात्मक आलोचनाओं से उबरना पड़ा और विशेषकर उन्हें उनकी शादी के बाद सफलता मिली। मैरीकॉम ने 2005 में शादी की और 2007 में जुड़वां बेटों की मां बन गई। 2013 में मैरी ने अपने तीसरे बेटे को जन्म दिया, लेकिन वह मुक्केबाजी में फिर उतरीं और आलोचकों को गलत साबित किया।
मैरी ने 2012 ओलंपिक में 51 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता। 36 साल की उम्र में मैरी अगले साल टोक्यो में होने वाले ओलम्पिक में एक बार फिर उतरकर देश के लिए पदक जीतने को तैयार हैं।
उन्होंने कहा, “लोग सोचते थे कि मैं केवल तभी जीत सकती हूं जब मैं शादीशुदा नहीं थी, लेकिन शादी करने और बच्चे होने के बाद मुझे बहुत संघर्ष करना पड़ा। आप जानते थे कि मणिपुर में हालात काफी कठिन हैं। जब मैं भोपाल आयी तो हालात तनावपूर्ण थे। मैं अपने बच्चे के लिए लैक्टोजन भी नहीं बना पा रही थी। शादी करने और बच्चे पैदा करने के बाद वापसी करना आसान नहीं है। भगवान ने मुझे इतना खास बनाया है और मैं टोक्यो में देश के लिए हर हाल में स्वर्ण पदक जीतूंगी।”