Joharlive Team
रांची : जमशेदपुर पूर्वी से वर्तमान विधायक सरयू राय ने एक बार फिर पूर्व की रघुवर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि जनवरी 2018 में 26 हजार युवाओं को रोजगार देने के दावा लिम्का बुक आॅफ रिकॉर्ड में दर्ज हो गया, लेकिन इसमें फजीर्वाड़ा है। इसके साथ ही सरयू राय ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस पूरे मामले में जांच कराने की मांग की है। श्री राय ने ट्वीट में लिखा है कि युवकों को नौकरी देने की घोषणा तत्कालीन राज्य सरकार ने तामझाम के साथ की। जिन्हें नौकरी देने का दावा किया गया उन सभी का और जहां इन्हें नौकरी मिली उनका नाम, पता, मोबाइल नंबर मेरे पास है। मैंने अपने स्तर से मामले की जांच की जिसके बाद पूर्व की सरकार का दावा फर्जी निकला। साथ ही श्री राय ने कहा कि लिम्का बुक आॅफ रिकार्ड में भी दर्ज कराया गया। किसने किया यह फर्र्जीवाडा? मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसकी जांच कराएं। गौरतलब है कि उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अंतर्गत झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसायटी द्वारा 12 जनवरी 2018 को एक मंच से झारखंड के 26,674 युवक-युवतियों को रोजगार उपलब्ध कराया गया था। कार्यक्रम का आयोजन रांची के खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में किया गया था। इतनी बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध कराने के लिए झारखंड स्किल डेवलपमेंट मिशन सोसायटी द्वारा राज्य में कुल 38 प्लेसमेंट सेंटर स्थापित किए गए थे। वहीं 221 प्लेसमेंट ड्राइव चलाए गए थे। इस प्लेसमेंट महाकुंभ में 56,423 युवक-युवतियां नौकरी के लिए आवेदन किया था। एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में रोजगार उपलब्ध कराने को सितंबर 2019 में लिम्का बुक आॅफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था।