नई दिल्ली : किसानों ने एक बार फिर दिल्ली कूच का ऐलान कर दिया है. 13 फरवरी को किसानों के दिल्ली आने की खबर है. किसान पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान समेत कई राज्यों से दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं. आंदोलन को ‘चलो दिल्ली’ मार्च नाम दिया गया है. हालांकि, इस आंदोलन में संयुक्त किसान मोर्चा शामिल नहीं है. यह कुछ किसान संगठनों का प्रदर्शन है. लेकिन फिर भी किसानों की तैयारियों को देखते हुए पुलिस-प्रशासन उनको आने से रोकने के लिए खासे इंतजाम किए हैं. दिल्ली के तमाम बॉर्डर के अलावा सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर ज्यादा एहतियात बरती जा रही है. किसान मार्च को देखते हुए दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर सड़कों को बंद कर दिया है. वहीं दूसरी तरफ टिकरी बॉर्डर पर भी बैरिकेड्स लगा दिए हैं. राजधानी दिल्ली के सभी बॉर्डर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
#WATCH | Delhi: Police barricading at Ghazipur border, ahead of the farmers’ call for march to Delhi on 13th February. pic.twitter.com/00ctNrqenK
— ANI (@ANI) February 12, 2024
दिल्ली के बॉर्डरों पर पुलिस की तैयारी
पुलिस ने कटीले तारों के अलावा बैरिकेड्स, सीमेंट के बड़े-बड़े ब्लॉक (जर्सी बैरियर), कंटेनर और दूसरे अवरोधक लगाए गए हैं. माना जा रहा है कि पंजाब और हरियाणा से आने वाले किसान इन दोनों बॉर्डर से राजधानी में प्रवेश के प्रयास कर सकते हैं, इसलिए पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए यहां इंतजाम किए हैं.
किसानों के दिल्ली घेराव को रोकने के लिए हरियाणा और पंजाब से लगने वाले सिंघु बॉर्डर पर कटीले तार लगा दिए हैं. सड़कों पर सीमेंट के बैरिकेड हैं. दिल्ली में गाजीपुर टिकरी और सिंधु बॉर्डर पर भी दिल्ली पुलिस इतिहास के तौर पर तैयारी कर रही है, ताकि किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोका जा सके. गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस की गाड़ियां और बैरिकेड खड़े कर दिए गए हैं. सीसीटीवी और लाउडस्पीकर भी लगाए जा रहे हैं. पुलिस-प्रशासन को डर है कि कहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश के दूसरे संगठन भी इसमें शामिल न हो जाएं. अगर ऐसा होता है तो संभव है कि दिल्ली-मेरठ राजमार्ग भी बाधित हो सकता है.
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