Joharlive Team

रांची, : केंद्र सरकार के तीन नये कृषि कानून के खिलाफ किसानों के आज भारत बंद के मद्देनजर झारखंड में जहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं वहीं वाहनों का परिचालन प्रभावित रहा।

भारत बंद के आह्वान के कारण आज राज्य भर में सड़कों पर वाहनों का परिचालन प्रभावित हुआ है, लेकिन राजधानी रांची में बंद का कोई खास असर नहीं देखा जा रहा है। वहीं, माओवादियों द्वारा भारत बंद को समर्थन दिये जाने के कारण नक्सल प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में इसका मिलाजुला असर देखा जा रहा है। माओवादियों के बंद में शामिल होने से झारखंड पुलिस द्वारा विशेष सतर्कता बरती जा रही है।

भारत बंद के आह्वान के कारण बिहार जाने वाली लंबी दूरी के वाहनों का परिचालन बंद है। हालांकि राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य प्रमुख सड़कों पर मालवाहक और निजी वाहनों का परिचालन सामान्य है।

किसानों के आंदोलन के चार महीना पूरा हो जाने पर विभिन्न किसान संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद से आवश्यक सेवाओं को मुक्त रखने की घोषणा की गयी है। वहीं, बंद को संगठित और असंगठित क्षेत्र से जुड़ी ट्रेड यूनियनों ने समर्थन दिया है, इस कारण खनन क्षेत्रों में उत्खनन, ढुलाई और परिवहन का काम प्रभावित होने की खबर है लेकिन व्यावसायिक संगठनों द्वारा बंद से खुद को अलग रखने के कारण दुकनें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले रहे।

इधर, संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आहूत बंद तथा कोरोना संक्रमण के फैलाव की आशंका को लेकर रांची में सुबह पांच बजे से रात्रि 10 बजे तक निषेधाज्ञा जारी की गयी है। दूसरी तरफ झारखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से नक्सल प्रभावित इलाकों और खासकर सीमावर्ती इलाकों में विशेष नजर रखी जा रही है। सभी संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस गश्त लगातार जारी है। कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।

दूसरी तरफ पलामू जिला मुख्यालय डालटनगंज के रेडमा चौक में बंद के समर्थन में उतरे लोगों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। गिरिडीह जिले के राजधनवार चौक के निकट भाकपा-माले कार्यकर्त्ताओं ने एनएच को घंटों जाम रखा और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस बंद को वाम संगठनों से संबंद्ध विभिन्न श्रमिकों की ओर से समर्थन दिया गया था।

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