हैदराबाद। फिल्म ‘सत्यभामा’ के अपने किरदार से मशहूर जानी-मानी अभिनेत्री-निर्देशक एवं पूर्व सांसद जमुना का शुक्रवार को यहां उनके आवास पर निधन हो गया।
अभिनेत्री 86 वर्ष की थीं। उनके परिवार में एक पुत्र वामसी जुलुरी और पुत्री श्रवणती हैं।
उनके पति जुलुरी वेंकट रमना राव का 2014 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
कर्नाटक के हम्पी में जन्मी जमुना ने 16 साल की उम्र में डॉ. गरिकापति राजाराव की पुत्तिल्लु (1953) से अभिनय की शुरुआत की और एल. वी. प्रसाद की मिसम्मा (1955) से उन्हें सफलता मिली। उन्होंने तमिल, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में काम किया है।
उन्होंने एक फिल्मफेयर अवार्ड और फिल्मफेयर अवार्ड्स साउथ में एक पुरस्कार जीता।
अभिनेत्री 1980 में कांग्रेस में शामिल हुईं और 1989-1991 तक राजमुंदरी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वह 1991 का चुनाव हार गईं और उन्होंने राजनीति छोड़ दी, लेकिन 1990 के दशक के अंत में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार किया।
जब जमुना सात साल की थीं, हल्दी और तंबाकू के व्यवसाय से जुड़े उनके पिता माधव ब्राह्मण आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के दुग्गीराला चले गये। वह दुग्गीराला में पली-बढ़ी।
उन्होंने तेलुगु और अन्य दक्षिण भारतीय भाषाओं की 198 फिल्मों में अभिनय किया।
जमुना ने हिंदी फिल्मों में भी अभिनय किया और उन्हें मिलन (1967) के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री के फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया। उन्होंने तेलुगु कलाकार संघ की स्थापना की और पिछले 25 वर्षों से इसके माध्यम से समाज सेवा कर रही हैं।
जमुना के निधन पर कई तेलुगू सितारों ने शोक व्यक्त किया है।