किसलय शानू
रांची। जाली नोट को बड़े पैमाने पर राजधानी में खपाया जा रहा है। मटका(जुआ) के बाजार में सबसे ज्यादा इसकी खपत है। जाली नोट खपाने वाले एजेंट को इसके एवज में मोटी रकम दी जा रही है। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मटका का कारोबार बड़े पैमाने पर फल फूल रहा है। ग्रामीणों को समझदारी नहीं होने के कारण इसका सबसे ज्यादा फायदा जाली नोट खपाने वाले एजेंट को होता है। इस बात का खुलासा सागर मंडल ने पुलिस के समक्ष किया है। गिरफ्तार सागर मंडल पश्चिम बंगाल के मालदा का रहने वाला है। पूर्व में भी कई बार सागर मंडल जाली नोट को मटका(जुआ) के बाजार में खपा चुका है। बुढ़मू के प्रभारी लालजी यादव ने भी इस बात की पुष्टि की है। लालजी यादव ने कहा कि गिरफ्तारी सागर ने कई लोगों के नाम का खुलासा किया है। जिसका पुलिस सत्यापन कर आरोपियों की धर पकड़ के लिए छापेमारी कर रही है।
मटका खेलाने वालों से भी है इनकी सांठगांठ
जाली नोट के कारोबार करने वाले एजेंट की सांठगांठ मटका खेलाने वालों से भी है। मटका खेलाने वाले एजेंट को भी जाली नोट खपाने वाले एजेंट थोड़ी रकम उपलब्ध कराते है। ताकि, दोनों की मिली भगत से यह कारोबारी बढ़ते रहे। हालांकि, पुलिस इस पूरे कारोबार को समाप्त करने के लिए एक-एक लोगों का सत्यापन कर रही है। ताकि, पूरे गिरोह का खुलासा करते हुए आरोपियों को जेल भेजा जा सकें।
बुढ़मू पुलिस ने पकड़ा था दो जाली नोट एजेंट को
जाली नोट सप्लायर सागर मंडल और ऐनुल अंसारी को बुढ़मू पुलिस ने गुप्त सूचना पर पकड़ा था। दोनों सप्लायर के पास से पुलिस ने 84,500 रुपये का जाली नोट बरामद किया था। पूछताछ में पुलिस के समक्ष गिरफ्तार दोनों जाली नोट सप्लायर ने कई खुलासा किया है। इससे पूर्व में भी गिरफ्तार दोनों जाली नोट सप्लायर धुर्वा थाना से जेल जा चुकेहै।