Joharlive Team
रांची। राजधानी में फर्जी सीआईडी अफसर बन जांच के नाम पर महिलाओं के गहने उड़ाने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है। रांची पुलिस गिरोह की तलाश में दिन रात जुटी हुई है। इसके बावजूद अब तक गिरोह से संबंधित कोई सुराग नहीं मिल सके है। यह गिरोह सिर्फ महिलाओं को निशाना बना रहा है। हाल के दिनों में रांची के अरगोड़ा, ओरमांझी, पंडरा, कोतवाली, सदर थाना सहित अन्य इलाकों में भी घटनाएं हुई है। इनमें से कुछ मामले तो पुलिस के पास रिपोर्ट भी नही हुई है। गिरोह के अपराधियों की तलाश के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया गया है।
इधर, पूरे मामले में सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि रांची के कुछ शहरी और ग्रामीण थानेदारो नेतृत्व में टीम का गठन किया है। जिन्हें गिरोह के अपराधियों को पकड़ने का निर्देश दिया गया है। सिटी एसपी ने लोगों से अपील भी की है कि वे लोग अपराधियों के झांसे में ना आए क्योंकि कभी भी पुलिस चेकिंग के दौरान गहने उतारने को नहीं कहती है।
कैसे कर रहा है यह गिरोह महिलाओं से ठगी
रांची में सक्रिय सीआईडी गिरोह भीड़भाड़ वाले इलाकों से अलग हटकर गली मोहल्लों में सक्रिय रहता है। गली मोहल्ले से गुजरने वाली बुजुर्ग महिलाएं उनके निशाने पर होती हैं । गिरोह के सदस्य वैसे महिलाओं को टारगेट करते हैं जो सोने के गहने पहने हुए रहती हैं। सबसे पहले यह गिरोह महिलाओं को रोकता है फिर उन्हें यह कहता है कि आगे पुलिस की चेकिंग चल रही है क्योंकि महिलाओं के साथ लूटपाट की गई है। महिलाओं को अपने जाल में फंसाने के बाद गिरोह के सदस्य उनसे उनके गहने खुलवा कर कागज में रखवा लेते हैं इसी दौरान मौके का फायदा उठाकर वह कागज में रखे असली बहने अपने पास रख लेते हैं जबकि एक दूसरे कागज में रखे नकली गानों को महिलाओं को देकर रफूचक्कर हो जाते हैं।
पुलिस को सीसीटीवी फुटेज से मिले हैं अहम सुराग
पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। फुटेज के जरिए कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं। सीसीटीवी फुटेज में अपराधी देखे गए हैं। सबसे खास बात है कि अरगोड़ा, कोतवाली, ओरमांझी और पंडरा इलाके में हुई वारदात में उन्हीं अपराधियों को देखा गया है जो अन्य जगहों पर शामिल रहे हैं। चार से पांच अपराधियों का एक गैंग रेकी के बाद महिलाओं को शिकार बनाता है। पुलिस सभी अपराधियों की पहचान में जुट गई है।
बाहर से आया हुआ गैंग दे रहा घटना को अंजाम
इस तरह महिलाओं को निशाना बनाने वाले गैंग के बारे में इनपुट मिली है कि बाहर से आया हुआ गैंग घटनाओं को अंजाम दे रहा है। यह गैंग शहर या ग्रामीण इलाके की वैसी जगह को चुनता है ,जहाँ अच्छे घर की महिलाएं गुजरती है। महिलाओं को चेकिंग के नाम पर ही ठगा जाता है। कागज में मोड़कर गहने दिए जाते, घर पहुंचने पर ईट-प्त्थर मिलते। अपराधियों के तरीकों पर बारीकी से जांच करते हुए पकड़ने के लिए विशेष टीम काम कर रही है।
केस 1
एक सफ्ताह पहले कोतवाली थाना क्षेत्र के लालजी हिरजी रोड में रिक्शा से जा रही दो महिलाओं को निशाना बनाते हुए दो सोने की चेन और तीन कंगन उड़ा लिया गया। अपर बाजार की रहने वाली महिला लक्ष्मी परिवार की एक अन्य महिला के साथ रिक्शा से लालजी हिरजी रोड की ओर जा रही थी। उसी दौरान एक बाइक पर सवार दो अपराधियों ने उन्हें रोका और कहा के वे सीआडी के पुलिस ऑफिसर हैं। आगे कुछ दूर पर चेकिंग चल रही है। महिलाओं के गहने और जेवरात भी चेक किए जा रहे हैं। इसलिए आप अपने गहने मोड़कर एक कागज पर रख लो। मोड़कर रखने के लिए कागज महिलाओं को अपराधियों ने ही दिया। उस कागज को बड़ी सफाई से अपराधियों ने अपनी हाथ में रखकर मोड़ा और वापस महिलाओं को दे दिया। महिलाएं जब घर पहुंची और मोड़े हुए कागज खोला तो उसमें ईट-पत्थर मिले। इससे महिलाएं परेशान हो गई। बाद में कोतवाली थाना पहुंचकर महिलाओं ने एफआइआर दर्ज कराई थी।
केस 2
रांची के पंडरा इलाके में दूसरा मामला आया है। यहाँ पर 50 वर्षीय किरण देवी अपनी एक सहेली के साथ बाजार जा रही थी इतने में दो युवक उनके पास पहुंचे और कहा कि आपने मास्क नहीं पाना है। आपको मास्क पहनकर घर से निकलना चाहिए। इसके बाद दोनों जो कौन है कहा कि आगे अपराधियों ने महिलाओं के साथ लूटपाट की है ऐसे में आप रहने खोलकर अपने पर्स में रख ले। महिलाओं के गहने अपराधियों ने कागज में मोड़ कर दिया और फिर उसे बदलकर अपराधी रफूचक्कर हो गए। घर पहुंचने पर जब किरण देवी ने कागज खोला तो उसमें नकली गहने मिले।