रांची : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत आईपीएच सभागार में राज्यस्तरीय साथिया सम्मेलन का आयोजन राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत किया गया. मुख्य अतिथि मिशन डायरेक्टर आलोक त्रिवेदी ने कहा कि साथिया राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चलाये जा रहे कार्यक्रम की जानकारी गांव-गांव तक पहुंचाने की जरूरत है. साथ ही कहा कि साथिया लोगों के अंदर विभिन्न तरह की भ्रांतियों को मिटाने हेतु जागरूकता फैलाये. डायरेक्टर इन चीफ ने कहा कि आज किशोर-किशोरी एवं युवा वर्ग अपनी समस्या को किसी के साथ शेयर नहीं कर पाते है तो समस्या अपने साथियों के साथ शेयर करे. साथ ही उन्होने कहा कि किशोर उम्र में बच्चों की सबसे बड़ी समस्या कुपोषण तथा एनीमिया है. जिसकी रोकथाम के लिए संतुलित आहार, अनुशासन एवं नियमित दिनचर्या का पालन करना चाहिए.
माता-पिता को बनाए दोस्त
डा राकेश दयाल ने कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य एक ज्वलंत मुद्दा है. इसे बचने के लिए सभी बच्चे, किशोर-किशोरियों को अपने माता-पिता. भाई-बहन को दोस्त बनाकर अपनी परेशानी उनसे साझा करनी चाहिए. इससे उन्हें मानसिक समस्याओं से उबरने में मदद मिलेगी. डा शर्मा ने कहा कि 10 से 19 वर्ष की किशोर-किशोरियों में अपार शक्ति होती है. सरकार के द्वारा 7 जनवरी 2014 को किशोर-किशोरियों को सशक्त करने के लिए एक व्यापक कार्यक्रम, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की शुरूआत की गई. कार्यक्रम का मुख्य उदेद्श्य किशोर-किशोरियों को सशक्त करते हुए स्वस्थ समाज का निर्माण करना है.
ये है 6 उद्देश्य
किशोर के पोषण को बढ़ाना, यौन प्रजनन और मातृ स्वास्थ्य को सक्षम बनाना, मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाना, किशोरों में क्षति और हिंसा की रोकथाम, नशावृति की रोकथाम, गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिए व्यवहार परिवर्तन करना शामिल है. कार्यक्रम में विभिन्न जिला से किशोर-किशारियों ने सोशल मीडिया के दुष्प्रभाव, मानसिक स्वास्थ्य, बाल विवाह को रोकना, ध्रूमपान के दुष्प्रभाव को रोकना इत्यादि विषयों पर अपने अनुभव को साझा किया एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मंचन कर लोगों को जागरूक किया.
पुस्तक व सहिया कैलेंडर का विमोचन
अतिथियों ने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम से संबंधित विभिन्न पुस्तकों का एवं सहिया कैलेण्डर का विमोचन किय. साथ ही राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जागरूकता फैलाने को लेकर कई तरह के स्टाल एवं हिमोग्लोबिन इत्यादि जाँच के स्टाल भी लगाए गए थे. कार्यक्रम के अंतर्गत अपने-अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले किशोर-किशोरियों/साथियों को पुरस्कृत किया गया. राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की राज्य समन्वयक रफत फरजाना, राज्य कार्यक्रम प्रबंधक, अकाय मिंज, मनोरमा टुडू, संजय कुमार, Development Partner, सभी जिलों से आए साथिया एव बी.टी.टी के साथ राज्य स्तरीय कर्मचारी शामिल हुए.
ये रहे मौजूद
मुख्य अतिथि एमडी आलोक त्रिवेदी, एएमडी विद्यानंद शर्मा पंकज, एएमडी डा वीरेन्द्र कुमार, डायरेक्टर इन चीफ हेल्थ सर्विसेज लक्ष्मी नारायण किशोर, प्रशासी पदाधिकारी, डा आरएन शर्मा, स्टेट नोडल पदाधिकारी, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, डा राकेश दयाल, डा पुष्पा, डा लाल मांझी, डा कमलेश कुमार, डा वीरेन्द्र प्रसाद सिंह सहित अन्य पदाधिकारी शामिल हुए.