रांची: विश्व अंगदान दिवस के अवसर पर स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन (सोटो) झारखंड ने संत ज़ेवियर कॉलेज रांची और एनसीसी के सहयोग से एक महत्वपूर्ण अंगदान जागरूकता सत्र का आयोजन किया. जिसमें सोटो के नोडल पदाधिकारी डॉ राजीव रंजन ने एनसीसी कैडेट्स को अंगदान के महत्व पर जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मृत्यु के बाद एक व्यक्ति कम से कम आठ लोगों की ज़िंदगी बचा सकता है. इसके अलावा कई अन्य की जीवन गुणवत्ता में सुधार कर सकता है. डॉ रंजन ने अंगदान को लिंग और वर्ग असमानता को समाप्त करने और अंगों की अवैध खरीद-फरोख्त को रोकने के उपाय के रूप में बताया. वहीं सोटो की मीडिया कंसलटेंट साल्विया शरली ने अंगदान की प्रतिज्ञा लेने की अपील की. साथ ही बताया कि इच्छुक लोग www.notto.abdm.gov.in पर जाकर आधार के माध्यम से अपना फार्म भर सकते हैं. झारखंड में अब तक केवल 1117 लोगों ने अंगदान की प्रतिज्ञा ली है. जिसमें सबसे अधिक 211 रांची से दर्ज की गई हैं.
सभी को जागरूक होने की जरूरत
संत ज़ेवियर कॉलेज की एसोसिएट एनसीसी अधिकारी डॉ प्रिया श्रीवास्तव ने अंगदान के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि सभी को इस विषय पर जागरूक होना चाहिए और अंगदान की प्रतिज्ञा लेनी चाहिए. इस जागरूकता सत्र में सोटो की ट्रांसप्लांट कोऑर्डिनेटर डॉ स्वाति भगत, ज़ेवियर कॉलेज के एनसीसी कैडेट्स और जूलॉजी विभाग के छात्र भी उपस्थित थे.