जोहार लाइव न्यूज़ डेस्क: सर्दी के मौसम में रजाई-कंबल में लिपटकर सोना तो सभी को पसंद होता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि रजाई से मुंह ढककर सोना आपकी त्वचा के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है? जी हां, डर्मेटोलॉजिस्ट बताते हैं कि ऐसा करने से रजाई या कंबल के अंदर फंसी हुई घूल-मिट्टी और पसीना आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है और यह कील-मुंहासों का कारण भी बन सकता है। आइए इस आर्टिकल में इससे होने वाले नुकसानों को विस्तार से समझते हैं।
1) ऑक्सीजन की कमी
जब हम रजाई या कंबल में मुंह ढककर सोते हैं, तो हमारे आसपास की हवा में ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है और कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है। इससे हमें सांस लेने में दिक्कत हो सकती है और हम थकान, सिरदर्द और बेचैनी महसूस कर सकते हैं। लंबे समय तक ऐसा करने से यह आदत दिल और फेफड़ों पर भी बुरा असर डाल सकती है।
2) सांस से जुड़ी समस्याएं
रजाई या कंबल में मुंह ढककर सोने से हमारे रेस्पिरेटरी सिस्टम पर बुरा असर पड़ता है। इससे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इसके अलावा, , यह हमारे स्लीपिंग शेड्यूल को भी प्रभावित करता है और हम रात में बार-बार जाग सकते हैं।
3) स्किन इन्फेक्शन
रजाई या कंबल में मुंह ढककर सोने से हमारी स्किन पर इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। रजाई या कंबल में पसीना जमा हो जाता है, जिससे बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगते हैं। इससे त्वचा में खुजली, रेडनेस और दाने हो सकते हैं।
4) स्लीपिंग शेड्यूल का बिगड़ना
रजाई या कंबल में मुंह ढककर सोने से हमारी स्लीपिंग क्वालिटी पर बुरा असर पड़ता है। हमारी नींद उथली हो जाती है और हम सुबह उठकर थका हुआ महसूस करते हैं।
5) हाइपरथर्मिया का खतरा
रजाई या कंबल में मुंह ढककर सोने से शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिससे हाइपरथर्मिया का खतरा बढ़ जाता है। हाइपरथर्मिया एक गंभीर स्थिति है, जिसमें शरीर का तापमान बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।