पिपरवार (चतरा) : जिला अंतर्गत टंडवा प्रखंड की बेती पंचायत की सूरत 70 साल बाद भी नहीं बदली है। बेती पंचायत के ग्रामीणों आज तक बुनियादी सुविधा नहीं मिली है। यहां के उत्क्रमित उच्च विद्यालय जाने वाला मार्ग बदहाल है। इस पथ पर आए दिन ग्रामीण हादसे के शिकार होते हैं।
बुध बाजार के समीप से उत्क्रमित उच्च विद्यालय जाने वाली सड़क पर छोटे-बड़े नुकीले पत्थर निकल आए हैं। इस कारण कई बार छात्र-छात्राएं विद्यालय जाने के दौरान चोटिल भी हो जाते हैं। छात्र-छात्राओं का कहना है कि वर्षा के दिनों में और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विद्यालय प्रबंधन समिति प्रधानाचार्य ने भी तत्काल इस सड़क निर्माण कराने की मांग की है।
विद्यालय में नहीं है पेयजल
प्रधानाचार्य विजय टोप्पो ने कहा कि इस विद्यालय में छात्र-छात्राओं की संख्या 650 के आसपास है। फिर भी विद्यालय में पेयजल, विद्यालय आने को लेकर सड़क मार्ग एवं विद्यालय में पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं है। इस विद्यालय में 10 से 12 किलोमीटर तक की सफर तय करके दूरदराज के छात्र शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। सीसीएल द्वारा सड़क निर्माण में अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने से सड़क की हालत और बदतर हो गई है।
सीसीएल प्रबंधन पर ग्रामीणों ने लगाया आरोप
ग्रामीणों ने उक्त सड़क निर्माण को लेकर सीसीएल प्रबंधन सहित पंचायत के जनप्रतिनिधियों को बार-बार ध्यान आकृष्ट कराया। लेकिन अभी तक सड़क का निर्माण नहीं कराया गया। इधर, ग्रामीणों ने सीसीएल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी पूर्वजों की जमीन सीसीएल पिपरवार क्षेत्र द्वारा अधिग्रहित कर कोयला निकाला जा रहा है। लेकिन, नागरिक सुविधा उपलब्ध कराने में सीसीएल की ओर से कोई पहल नहीं की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि इस पंचायत के चारों और कोयले की बड़ी-बड़ी खदानें खुलने के कारण जल का स्तर काफी नीचे चले जाने से इस पंचायत में पेयजल का भी घोर संकट गहराया हुआ है।