रांची: राजधानी में अपराध खत्म करने के लिए रांची पुलिस संगठित अपराध करने वाले गिरोह से लेकर हर छोटे गिरोह के सदस्यों को जेल भेज कर माहौल शांत करने में जुटी है. वहीं, दूसरी ओर ग्रामीण इलाकों में नए आपराधिक गिरोह का पनपना शुरू हो रहा है. बीते रात खलारी इलाके में ट्रक आगजनी मामले की जिम्मेदारी आलोक गिरोह ने ली. गिरोह के भैरव सिंह ने प्रेसविज्ञप्ति जारी कर इस घटना की जिम्मेदारी ली. अपने मैसेज में भैरव सिंह ने लिखा है कि उसके तरफ से अवैध बालू स्टॉकर विकास मुंडा , प्रदीप मुंडा, गुंडे , रमेश मुंडा को सूचित कर मैनेज करने को बोला गया था. और बिना मैनेज काम नहीं चालू करने की हिदायत दी गई थी. इसके बावजूद काम करने के कारण बीते रात 12 से 1 बजे करीब प्रदीप मुंडा और रमेश मुंडा के साइड पर घटना को अंजाम दिया गया.
थाना प्रभारी की सांठगांठ से अवैध बालू कारोबार का आरोप
आलोक गिरोह के आलोक सिंह ने मैकलुस्कीगंज थाना प्रभारी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सभी बालू स्टॉकर से सांठगांठ है. थाना को पैसा देकर रात्रि के समय बालू का कारोबार कर रहे है. इससे पूर्व भैरव सिंह ने लिखा कि कुछ दिन पहले ही चेतावनी दिए थे की जितना भी अवैध बालू का काम हो रहा है आलोक गिरोह से बिना मैनेज किए हुए अगर कोई काम चालू किया तो जितना भी ट्रैक्टर व टर्बो चल रहा है वह सारा जलाकर राख कर देंगे. लेकिन मैक्लुस्कीगंज थाना प्रभारी और बालू माफियाओं के सहयोग से बड़े पैमाने पर अवैध रूप से बालों का उठाओ धड़ल्ले से हो रहा था.