Ranchi : धनबाद जिला से चर्चा में आये डीएसपी “पीके सिंह उर्फ प्रमोद कुमार सिंह” का नाम ही अपराध जगत के खूंखारों के लिए काफी है. इसका जीता जागता सबूत आज यानी मंगलवार की सुबह पलामू जिले के चैनपुर-रामगढ़ सीमावर्ती इलाके में देखने को मिला है. यहां पर एनकाउंटर स्पेशलिस्ट पीके सिंह ने अमन साहू के आतंक का अंत हमेशा के लिए कर दिया. इससे पूर्व कुख्यात अमन साहू ने एटीएस जवान का राइफल छिन गोली चलाते हुए भागने का प्रयास किया था. हालांकि, अपने मंसूबे में अमन कामयाब नहीं हो सका और ना ही उसके गुर्गें अपने मिशन को सफल बना सकें. एटीएस की ओर से शुरु हुई जवाबी कार्रवाई के बाद जंगल का फायदा उठाकर सभी गुर्गें भाग गए. फिलहाल एटीएस की टीम के साथ पलामू जिला की एसपी रेषमा रमेशन, डीएसपी, थानेदार समेत भारी संख्या में पुलिस फोर्स घटनास्थल पर डटे हैं.
अनहोनी की आशंका पहले से थी एटीएस को
पुलिस सूत्रों की मानें, तो कुख्यात अमन साहू को रायपुर जेल से रांची जेल शिफ्ट करने पर बीच रास्ते में अनहोनी की आशंका थी. जिसके बाद यह जिम्मेदारी एटीएस को सौंपी गई. एटीएस ने इस काम को चुनौती समझ डीएसपी पीके सिंह के नेतृत्व में टीम को रायपुर भेजी. रायपुर जेल से सुरक्षित अमन साहू को लेकर एटीएस की टीम झारखंड में प्रवेश कर चुकी थी. पलामू जिला में प्रवेश करने के दौरान जंगली रास्ते में इनकाउंटर स्पेशलिस्ट पीके सिंह पहले से सचेत थे. एटीएस की गाड़ी पर हमला होते ही पीके सिंह ने अपना पोजिशन पकड़ा और टारगेट अमन साहू को मुठभेड़ में मार गिराया.
कौन है अमन साहू को ढेर करने वाले “पीके सिंह”
झारखंड पुलिस में भर्ती हुए पीके सिंह 1994 बैच के दारोगा है. पहले वह पलामू जिला में भी योगदान दे चुके है. इस दौरान चैनपुर थाना प्रभारी रहे है. फिर प्रमोशन मिलने के बाद इंस्पेक्टर रैंक में प्रोन्नति हुई और अब डीएसपी रैंक में प्रमोट होने के बाद एटीएस में अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे है. मालूम हो कि पीके सिंह अपने जमाने में कई लूटेरों का एनकाउंटर कर चुके है. कुख्यात अमन साहू का जिस जगह पर इनकाउंटर हुआ है, उस जगह पर पीके सिंह पहले भी एक डकैत का मार गिरा चुके थे. जिसके बाद उन्हें काफी लोकप्रियता मिली.
Also Read : कुख्यात अमन साहू के आतंक का अंत, DGP बोले थे- जल्द होगा खेल खत्म