Joharlive Team
रांची। कार से नेपाल घूमने गए खूंटी के आठ लड़के देर रात दिल्ली को लौट आये है। नेपाल में मुसीबत में फंसे लड़कों को छुड़वाने में मुख्य भूमिका निभाने वाली संस्था पेस्आलाॅजी चिल्ड्रंस एजुकेशन सोसाइटी ने की। एशिया प्रमुख गायत्री ने बताया कि सभी लड़कों को छोड़ दिया गया है। उन्होंने बताया कि कानून का उल्लंघन करने के कारण सभी आठ लड़कों को पकड़ा गया था। लड़कों को रिहा कराने में काठमांडू के पूर्व डीएसपी व पोखरा के जिला प्रमुखदान बहादुर कारकी, नेपाल के आइजीपी सवेंद्र खनल, पूर्व एटाॅर्नी जेनरल दुर्गा पोखारेल, नेपाजल में भारतीय दुतावास के काउंसेलर आलिन सहित कई नेपाली नागरिकों ने मदद की। गायत्री ने बताया कि गिरफ्तार दो लोगों को भी जमानत मिल गयी है। उन्होंने बताया कि भारतीय दुतावास के काउंसेलर ने सोमवार को नेपाल के आईजी से मुलाकात की थी और आठ युवकों को निर्दोष बताते हुए उन्हें रिहा करने का आग्रह किया था। मालूम हो कि गायत्री खूंटी के समाजसेवी डाॅ निर्मल सिंह की बेटी हैं।
क्या था मामला
खूंटी के आठ लड़के सात नवंबर को कार से नेपाल घमने गये थे। उनमें से दो लड़कों को पुलिस ने चोरी की कार रखने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। जिन दो कारों से ये लड़के घूमने गये थे, उन्हें नेपाल पुलिस ने चोरी की कार बताते हुए जब्त कर लिया। इसी आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार भी किया गया। युवकों द्वारा व्हाट्सएप के माध्यम से अपने संबंधियों को दी गई कि नेपाल के कस्टम ऑफिसर दोनों को छोड़ने के एवज में चार लाख 50 हजार रुपये जमा करने कह रहे हैं । उन्होंने यह खबर देकर अपने घरवालों और परिचितों से उन्हें छुड़वाने की गुहार लगायी थी। लड़कों ने परिजनों को बताया कि वे मोबाइल मैप की मदद लेकर जिस रूट से उन्होंने नेपाल में प्रवेश किया थे, वहां कोई चेक पोस्ट नहीं थी। इसके कारण वे परमिट नहीं बनवा सके। काठमांडू के कोटेश्वर थाना पुलिस ने परमिट न होने के कारण उन्हें रोक लिया। इसके बाद उनकी कार को चोरी की बताते हुए दो लड़कों खूंटी के कर्रा रोड निवासी राहुल साहू और शुभम साहू को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही दोनों कारों जेएच 1 बीटी 1837 तथा जेएच 01 डीसी 0214 को जब्त कर लिया। साथ गये अन्य लड़कों में सचिन कुमार, गौरव कुमार, मोहम्मद दानिश, धीरज कुमार और विशाल कुमार शामिल हैं।