धनबाद: कोयलांचल में चक्रवाती तूफान गुलाब ने जमकर कोहराम मचाया. कोयला खदानों में भी असर देखने को मिला. कई जगह मकान ध्वस्त हो गए. अग्नि प्रभावित क्षेत्रों में गोफ बनने की घटना हुई. वहीं अब धनबाद-जामताड़ा को जोड़ने वाली बराकर नदी पर बने बेजडा घाट पुल में भी दरार आ चुकी है.

गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर काफी बढ़ा हुआ है. बराकर नदी पर बने धनबाद- जामताड़ा जिले को पूर्वी टुंडी से होकर जोड़ने वाले बेजडा घाट पुल में दरार आ गई है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पुल का एक पीलर दब गया है. जिस कारण वो बीच में धंस गया है. जिला प्रशासन की ओर से अब तक पुल का मुआयना करने के लिए कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचे हैं.

स्थानीय लोगों ने ही खुद से बड़ी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. जरूरी आने-जाने वाले लोग मोटरसाइकिल और पैदल पुल पर आना-जाना कर रहे हैं. जो खतरनाक साबित हो सकता है. स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द जिला प्रशासन की टीम स्कूल का मुआयना करें और पुल की मरम्मत की दिशा में आवश्यक कदम उठाएं. नहीं तो किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है.

गुलाब चक्रवात का कोयलांचल पर‌ काफी असर रहा है. भारी बारिश के कारण बीसीसीएल के बस्ताकोला क्षेत्र के राजापुर परियोजना, बस्ताकोला न्यू परियोजना और कुसुंडा क्षेत्र के एना फायर परियोजना में काम प्रभावित रहा. धनबाद से बोर्रागढ होते दामोदर नदी तक जाने वाली कारी जोडिया नदी का जल स्तर बढ़ने से आसपास की भूमिगत खदानों पर खतरा मंडराने लगा है. क्षेत्र के अन्य परियोजना में सुरक्षा को देखते हुए काम ठप किया गया है.

भारी बारिश के कारण आसपास के इलाके में लोग अपने घरों में दुबके हुए हैं. लगातार बारिश के कारण बीसीसीएल एरिया 4 के केशलपुर खदान में कमारी जोरिया का पानी घुस गया है. जिसके कारण खदान को बंद कर दिया गया है. वहां किसी भी कर्मी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. खदान से पानी निकालने के लिए रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है. इधर, कारी जोडिया नदी का जल स्तर खतरे के निशान से उपर पहुंच गया है.

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