नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में अनियमितताओं के संबंध में तृणमूल कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा को तीसरा समन जारी किया है. उन्हें 28 मार्च को जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है. मोइत्रा को मामले की जांच में शामिल होने और दिल्ली में ईडी मुख्यालय में जांचकर्ताओं के सामने पेश होने के लिए कहा गया है. महुआ मोइत्रा को इससे पहले भी 19 फरवरी और 11 मार्च को ईडी ने समन जारी किया गया था पर वह प्रवर्तन निदेशालय के समक्ष हाजिर नहीं हुई थी.

सीबीआई भी कर रही जांच

मोइत्रा को मामले से जुड़े कुछ विदेशी निवेशों से जुड़े कुछ दस्तावेजों के साथ जांच में शामिल होने के लिए कहा गया है. बता दें कि ईडी विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा), 1999 के प्रावधानों के तहत मामले में मोइत्रा से पूछताछ कर उनका बयान दर्ज करना चाहती है. बता दें कि महुआ मोइत्रा की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा भी की जा रही है और वह लोकपाल के संदर्भ पर उनके खिलाफ आरोपों की प्रारंभिक जांच कर रही है.

निशिकांत दुबे ने लगाया था आरोप

मोइत्रा तब से विवादों में हैं जब भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे ने उन पर उपहार के बदले व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी के इशारे पर अडानी समूह और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया था. निशिकांत दुबे ने मोइत्रा पर मौद्रिक लाभ के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगाया था. लोकसभा के एथिक्स पैनल द्वारा ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद 8 दिसंबर को मोइत्रा को लोकसभा सांसद (सांसद) के रूप में निष्कासित कर दिया गया था. मोइत्रा ने किसी भी गलत काम से इनकार किया है और दावा किया है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि उन्होंने अडानी समूह के सौदों के बारे में सवाल उठाए हैं.

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