Joharlive Desk
मुंबई। यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने देर रात गिरफ्तारी की कार्रवाई की। ईडी के अधिकारी लगातार राणा से पूछताछ कर रहे हैं।
राणा पर पांच हजार करोड़ रुपये मनी लॉन्ड्रिंग के अलावा दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) कंपनी को मनमाने तरीके से कर्ज देने का आरोप है।ईडी ने शनिवार को राणा कपूर से जुडे़ तीन ठिकानों पर छापे मारे हैं। वहीं, राणा के अलावा उनकी तीन बेटियों राखी कपूर टंडन, रोशनी कपूर और राधा कपूर से भी ईडी ने पूछताछ की है।
इससे पहले ईडी ने शुक्रवार देर रात राणा कपूर के वरली स्थित समुद्र महल बिल्डिंग में उनके घर पर छापे मारे थे। राणा को शनिवार दोपहर उन्हें दक्षिण मुंबई के बेलार्ड पियर्स स्थित ईडी दफ्तर ले आया गया। जहां पूछताछ की गई।
कहा जा रहा है कि जिस तरह से दिल्ली स्थित महाराष्ट्र सदन घोटाले में महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल को तीन साल पहले साल 2016 में लंबी पूछताछ के बाद देर रात गिरफ्तार किया गया था। कुछ इसी तरह राणा कपूर की गिरफ्तारी हो सकती है। ईडी राणा कपूर से मनी लॉन्ड्रिंग के अलावा यूपी पॉवरग्रिड को लेकर भी पूछताछ कर रही है।
यस बैंक में नागपुर के संत तुकड़ोजी महाराज विश्वविद्यालय के 191 करोड़ रुपये जमा हैं। विश्वविद्यालय सीनेट की बैठक में यस बैंक में जमा रकम का खुलासा हुआ। सीनेट सदस्य मनमोहन वाजपेयी ने सवाल उठाया कि राष्ट्रीयकृत बैंक में रकम जमा करने के स्पष्ट आदेश के बावजूद निजी बैंक में पैसे क्यों जमा किए गए। फिलहाल, इसकी जांच के लिए समिति गठित की जा चुकी है।
पुणे जिले की पिंपरी चिंचवड़ महानगरपालिका के करीब 920 करोड़ रुपये यस बैंक में जमा होने की जानकारी सामने आई है। वहीं, नासिक महानगरपालिका के भी 310 करोड़ रुपये और स्मार्ट सिटी के 15 करोड़ रुपये यस बैंक में जमा हैं। पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका आयुक्त श्रवण हार्डीकर का कहना है कि इससे महानगरपालिका पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।