रांची: प्रवर्तन निदेशालय ने गुरुवार को मनरेगा घोटाले मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्रामीण विकास विभाग के कार्यकारी अभियंता शशि प्रकाश व जय किशोर चौधरी की 22.47 लाख रुपये की चार अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है. वहीं ईडी ने जानकारी दी कि इस मामले में कुल 106.86 करोड़ रुपए की कुर्की हुई है. बता दें कि ईडी की जांच में यह बात सामने आई थी कि मनरेगा की योजनाओं के नाम पर राज्य के सभी जिलों में फर्जी खरीदारी की गई थी. वहीं कई सामग्री की खरीदारी बेहद ऊंची दरों पर की गई थी. इस घोटाले में कई बड़े अफसरों के शामिल रहने के कयास लगाए जा रहे हैं.
ईडी, रांची ने झारखंड के मनरेगा घोटाले के मामले में शशि प्रकाश और जय किशोर चौधरी (दोनों कार्यकारी अभियंता) की 22.47 लाख रुपये की चार अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है। इस मामले में कुल कुर्की रु. 106.86 करोड़ है.
— ED (@dir_ed) April 18, 2024
आईएएस आराधना पटनायक ने गड़बड़ियों को पकड़ा था
बता दें कि राज्य की तत्कालीन ग्रामीण विकास सचिव आराधना पटनायक ने वर्ष 2020 में मनरेगा की योजनाओं में गड़बड़ियों को पकड़ा था. उन्होंने पाया था कि बड़े पैमाने पर पैसों की निकासी की गई है. एक अनुमान के हिसाब से कुल 200 करोड़ रुपए की निकासी की गई थी. आराधना पटनायक ने जांच में पाया था कि मनरेगा की योजनाओं में स्टोन, ईंट, पशु शेड आदि के नाम पर फर्जी खरीदारी की गई है. जिसके बाद उन्होंने उच्चस्तरीय जांच की अनुशंसा की थी.
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