रांचीः ईडी ( प्रवर्तन निदेशालय ) के अधिकारी बुधवार को साहेबगंज के एसपी नौशाद आलम से पूछताछ करेंगे. सुबह 11 बजे हिनू स्थित ईडी कार्यालय बुलाया गया है. झारखंड के पहले आईपीएस अधिकारी नौशाद आलम हैं, जिन्हें ईडी ने समन भेजकर पूछताछ के लिए रांची बुलाया है. आईपीएस नौशाद आलम पर कई गंभीर आरोप लगे हैं.
एसपी पर यह है गंभीर आरोप
एसपी पर आरोप है कि उन्होंने अवैध खनन मामले में ईडी के अहम गवाह रहे विजय हांसदा को गवाही से मुकरने के लिए दबाव बनाया. ईडी को इससे संबंधित कई सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर एसपी का बयान लिया जाना है.
विजय हांसदा ने ईडी को दी थी ये जानकारी
पूर्व में विजय हांसदा ने ईडी को जानकारी दी थी कि साहिबगंज के नींबू पहाड़ पर पंकज मिश्रा व उनके सहयोगी अवैध खनन कर रहे हैं. विजय हांसदा ने ग्रामीणों के साथ मिलकर अवैध खनन रोकने की कोशिश की तो पंकज मिश्रा के सुरक्षा गार्ड ने मारपीट कर भगा दिया था. सभी एके-47 लिए हुए थे. उसने स्थानीय पुलिस में भी इसकी शिकायत की थी और हाई कोर्ट में भी याचिका दाखिल की थी. इसके बाद ही ईडी ने उसे अपना गवाह बनाया था, लेकिन विजय हांसदा बाद में अपना बयान वापस ले लिया और कहा कि याचिका उसने दाखिल नहीं की थी.
ऑडियो वायरल समेत कई बिंदुओं पर जांच कर रही है ईडी
विजय हांसदा के गवाही से मुकरने के मामले में पूर्व में एक ऑडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें विजय हांसदा गवाही से नहीं मुकरने के एवज में दूसरे पक्ष से रुपयों की मांग कर रहा था. ईडी उक्त वायरल ऑडियो की सच्चाई खंगाल रही है. इसके अतिरिक्त ईडी ने अपने सर्विलांस, मानव इनपुट व अन्य छानबीन के आधार पर यह पाया कि विजय हांसदा को मुकरने के लिए दबाव बनाने में एसपी साहिबगंज भी एक अहम कड़ी है, जिनसे पूछताछ आवश्यक है. इसके बाद ही ईडी ने उन्हें समन भेजा था.