रांची : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सीएम हेमंत सोरेन को पत्र के रूप में सातवां समन भेजा है या कहें तो जमीन घोटाले मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए ED ने उन्हें आखिरी मौका दिया है. ED ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है कि लैंड स्कैम मामले में उनका बयान दर्ज करना बहुत जरूरी है. इसलिए वह चाहे तो एक जगह तय कर सकते हैं, जहां उनका बयान लिया जा सके. पत्र में यह भी लिखा गया है कि मुख्यमंत्री अगले दो दिनों के भीतर अपना बयान दर्ज करायें.
ED की ओर से कहा गया है कि मामले की जांच के दौरान बयान दर्ज करने के लिए उन्हें छह समन भेजे गए, लेकिन वे एक बार भी ED ऑफिस में हाजिर नहीं हुए. इसके लिए जो कारण बताए गए, वो निराधार हैं. समन के आलोक में उनके हाजिर नहीं होने की वजह से मामले की जांच में अड़चन पैदा हो रही है और जांच प्रभावित है. इसलिए उन्हें पीएमएलए 2002 की धारा-50 के तहत अपना बयान दर्ज कराने के लिए आखिरी मौका दिया जा रहा है.
गौरतलब है कि ED ने सबसे पहले सीएम को इसी साल 14 अगस्त को पहली बार पूछताछ के लिए बुलाया फिर दूसरी बार 24 अगस्त को, तीसरी बार 9 सितंबर को, चौथी बार 23 सितंबर को, पांचवीं बार 4 अक्टूबर को और छठी बार 12 दिसंबर को बुलाया था मगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अब तक एक बार भी ED के समक्ष उपस्थित नहीं हुए हैं.
क्या है मामला
दरअसल, ED द्वारा ईडी द्वारा बड़गाईं अचंल के राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप के मामले में दर्ज ईसीआइआर (संख्या आरएनजेडओ/25/23) की जांच की जा रही है. यह ईसीआइआर सरकारी दस्तावेज में छेड़छाड़ और जालसाजी से संबंधित है. इसी मामले में ED ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अब तक 6 बार समन किया है. मगर सीएम एक बार भी उपस्थित नहीं हुए.