रांची: निलंबित आईएएस पूजा सिंघल के संबंध में प्रवर्तन निदेशालय ने राज्य सरकार को विस्तृत रिपोर्ट भेजी थी। इसमें बताया गया था की कैसे पूजा सिंघल अपने ओहदे में रहते हुए राम विनोद सिन्हा को फायदा पहुंचाया था और उस पैसे की मनी लाउंड्रिंग कैसे की थी। ईडी ने राज्य सरकार को जानकारी दी थी की पूजा सिंघल खूंटी जिले में मनरेगा योजना के तहत बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की थी। पड़ताल से पता चला कि फंड की मंजूरी के संबंध में राम बिनोद सिन्हा और दूसरे इंजीनियरों की ओर से पूजा सिंघल (आईएएस) को भुगतान किया गया था, जो उस समय खूंटी जिले की उपायुक्त थी। जिसमें 18 करोड़ 6 लाख के घालमेल से जुड़ा मामला था।
सीए सुमन कुमार थे अवैध धन की वसूली में शामिल
आरोपियों में पूजा सिंघल और उनके पति अभिषेक झा ने भी गड़बड़ी की थी। ईडी ने बताया कि सीए सुमन कुमार को पूजा सिंघल की ओर से अवैध धन की वसूली में शामिल पाया गया था। आरोपी व्यक्तियों ने विभिन्न अचल संपत्तियों में आईएएस पूजा सिंघल की बदौलत बनाई गई संपत्तियों की खरीदारी की थी। इसलिए इन लोगों को ‘अपराध की आय’ से जुड़ी गतिविधि में शामिल पाया गया था।ईडी कि विस्तृत रिपोर्ट में ये भी कहा गया था की बैंक खातों में बड़ी मात्रा में नकद जमा किया गया था।, जिससे बाद में कई तरह की संपत्तियों की खरीदारी की गई थी।