रांची। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने विधायक कैश कांड मामले में प्राथमिकी दर्ज की है। कांग्रेस के तीन विधायक डॉ इरफान अंसारी, नमन विलसन कोंगाड़ी, राजेश कच्छप के खिलाफ राजधानी रांची के अरगोड़ा थाने में जीरो एफआईआर दर्ज किया गया था। यह एफआईआर कांग्रेस विधायक अनुप सिंह ने बीते 31 जुलाई को दर्ज कराया था। ईडी ने इसे ही प्राथमिकी का आधार बनाया है. ईडी ने हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के उद्देश्य से विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की प्राथमिकी दर्ज की है। इस मामले में कांग्रेस के तीनों विधायकों को नामजद अभियुक्त बनाया गया हैं। बता दें कि बीते 30 जुलाई को विधायक इरफान अंसारी, नमन विलसन कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को कोलकाता पुलिस की विशेष जांच अभियान में नकद राशि के साथ कोलकाता के पुराने हावड़ा इलाके से पकड़ा था। विधायक इरफान अंसारी की गाड़ी, कोलकाता पुलिस ने 49.37 लाख रुपये बरामद किया था। इनके अन्य दो सहयोगियों को भी गिरफ्तार किया गया है।

कोलकाता पुलिस ने धारा 420, 120 बी, 171 ई के तहत मामला दर्ज किया था। कांग्रेस विधायक अनुप सिंह ने कैश कांड को लेकर अरगोड़ा थाने में जीरो एफआईआर दर्ज करायी थी। इसमें कहा गया है कि कोलकाता में पकड़े गये विधायकों ने 10-10 करोड़ रुपये दिलाने का ऑफर दिया था. इसी जीरो एफआईआर के आधार पर पूरे मामले की जांच पश्चिम बंगाल सरकार ने सीआईडी को सौंप दी थी। इस मामले में विधायक अनुप सिंह से कोलकाता सीआईडी की टीम पूछताछ कर चुकी है. कांग्रेस के तीनों विधायकों को जमानत मिल गयी है। पर उन्हें अब तक कोलकाता पुलिस की तरफ से झारखंड अथवा किसी अन्य जगहों पर जाने की अनुमति नहीं दी गयी है।

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