रांची । प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने टोल टैक्स नीलामी मामले में मुख्यमंत्री प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ मामला दर्ज किया है। ईडी ने मामला दर्ज कर इसकी जांच भी शुरू कर दी है। पंकज मिश्रा के खिलाफ पाकुड़ के शंभू नंदन ने टोल टैक्स नीलामी में भाग लेने से रोकने के लिए धमकी देने और मारपीट करने का आरोप लगाया था।
ईडी के मुताबिक शंभू नंदन का बयान दोबारा दर्ज किया है। ईडी ने शंभू नंदन का मोबाइल फोन जब्त कर लिया है, जिसमें उन्हें पंकज और मंत्री आलमगीर आलम से धमकी भरे फोन आए थे। शंभू नंदन के आईएमआई और रियल मी मोबाइल फोन को डेटा निकालने के लिए एक फोरेंसिक प्रयोगशाला में भेजा गया है।
ईडी ने बरहरवा नगर पंचायत कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज वाली 18 सीडी हासिल की है। ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट की धारा 50 (5) के तहत यह कार्रवाई की है। इससे सिर्फ पंकज मिश्रा ही नहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम भी मुश्किल में पड़ सकते हैं। नीलामी से पहले आलमगीर आलम और पंकज मिश्रा ने शंभू को बुलाया था और उन्हें नीलामी से दूर रहने की धमकी दी थी।
आरोप है कि पंकज मिश्रा ने आलमगीर आलम के कहने पर शंभू को फोन किया था, ताकि मंत्री के छोटे भाई अमीरुल आलम को बरहरवा नगर पंचायत के टोल टैक्स वसूली का टेंडर मिल जाए। शंभू नंदन ने इससे इनकार कर दिया। इसके बाद उन्हें रोका गया और निविदा में भाग लेने से रोकने के लिए उनसे मारपीट की गई।
मामले में बरहरवा के डीएसपी प्रमोद मिश्रा, जिनकी रूपा तिर्की मौत मामले में भूमिका जांच के दायरे में है, उन्होंने आलमगीर आलम को क्लीन चिट दे दी और चार्जशीट जमा कर दी है।
प्राथमिकी के अनुसार, घटना 22 जून, 2020 की है। उन्होंने पाकुड़ जिले के बरहरवा थाने में आलमगीर आलम, पंकज मिश्रा और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।