पटना/नई दिल्ली। लैंड फॉर जॉब स्कैम केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी ) ने शुक्रवार को लालू यादव के करीबियों के दिल्ली, मुंबई, नोएडा और पटना में 15 जगहों पर छापेमारी की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पटना में RJD के पूर्व विधायक के अबू दोजाना के घर पर भी ईडी की टीम पहुंची है। यहां भी तलाशी ली जा रही है। पूर्व MLA अबू दोजाना लालू के करीबी हैं। पेशे से बिल्डर हैं।
जानकारी है कि लालू यादव की तीन बेटियों के घर भी रेड की गई है। हेमा, रागिनी और चंदा का घर दिल्ली में है, जिनके घर पर ईडी की टीम मौजूद है। सूत्रों की मानें तो बिहार के उप मुख्यमंत्री और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव के दिल्ली आवास पर भी ईडी की टीम पहुंची है।
अबू दुजाना के घर आय से अधिक संपत्ति मामले में ईडी ने रेड मारी है। सुबह 6 बजे ईडी के 12 अफसर उनके घर पहुंचे। छापेमारी के दौरान अबू दुजाना घर की बालकनी में आए और कहा कि ये कार्रवाई राजनीतिक साजिश है। इस दौरान अधिकारियों ने सभी लोगों को घर के अंदर ही रहने की हिदायत दी। इस मामले में अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए। दुजाना आरजेडी के पूर्व विधायक हैं। वे सुरसंड से पिछला चुनाव हार गए गए थे।
ईडी की कार्रवाई को लेकर लालू यादव की बेटी रोहिणी ने एक के बाद एक दो ट्वीट किए। ट्वीट में उन्होंने लिखा- ‘भाजपा सरकार का हिटलर शाही फरमान है, ईमान बेचने का पैगाम है, मगर झुकने को तैयार नहीं, बिहारी माटी का जो लालू तेजस्वी लाल है..’ इससे पहले लिखा- ‘लालू जी और लालू जी का परिवार डरना नहीं लड़ना जानते हैं..’ 2 घंटे पहले उन्होंने पहला ट्वीट किया, जिसमें लिखा- ‘छापे पर छापा भाजपा ने खोया जो आपा’
27 फरवरी को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने RJD सुप्रीमो लालू यादव, पूर्व CM और उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को समन जारी किया। जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में CBI की चार्जशीट पर कोर्ट ने समन जारी किया था। जिसमें 15 मार्च को कोर्ट में सभी को पेश होने के आदेश दिए गए हैं।
CBI ने मई 2022 में लालू, राबड़ी देवी, उनकी बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव समेत 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी। CBI ने इस मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी, मीसा यादव और हेमा यादव के अलावा नौकरी के बदले में कम कीमत पर जमीन देने वाले कुछ अयोग्य उम्मीदवारों समेत 16 लोगों पर FIR दर्ज की थी। CBI ने 24 अगस्त 2022 को एक बार फिर से RJD नेताओं के यहां छापेमारी की थी।
लालू के रेलमंत्री (2004 से 2009) रहते हुए लैंड फॉर जॉब स्कैम हुआ था। नौकरी के बदले जमीन लेने के घोटाले में लालू और उनके परिवार वालों पर रेलवे में नौकरी दिलाने के बदले जमीन लेने का आरोप है। इस मामले में CBI ने मई 2022 में लालू और उनके परिवार के सदस्यों पर भ्रष्टाचार का केस दर्ज किया था।
CBI के अनुसार इस तरह से लालू यादव के परिवार ने बिहार में 1 लाख स्क्वायर फीट से ज्यादा जमीन महज 26 लाख रुपए में हासिल कर ली, जबकि उस समय के सर्कल रेट के अनुसार जमीन की कीमत करीब 4.39 करोड़ रुपए थी। खास बात ये है कि लैंड ट्रांसफर के ज्यादातर केस में जमीन मालिक को कैश में भुगतान किया गया।