नई दिल्ली: ईडी ने कथित करोड़ों रुपए के अमरूद बाग मुआवजा घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को पंजाब के सात जिलों में 26 स्थानों पर छापेमारी की. ईडी ने जिन जगहों पर छापेमारी की उनमें फिरोजपुर के डिप्टी कमिश्नर राजेश धीमान का आवास भी शामिल है. यह छापेमारी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत की गई है. प्रवर्तन निदेशालय द्वारा अधिग्रहित भूमि पर अमरूद के बागों के मुआवजे के रूप में जारी लगभग 137 करोड़ रुपये के कथित दुरुपयोग से संबंधित पंजाब सतर्कता ब्यूरो की एफआईआर का संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया.
पिछले साल 137 करोड़ रुपये के घोटाले का हुआ था खुलासा
बताया जा रहा है कि कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों और व्यक्तियों के आवासों की जांच की जा रही है. पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने कथित तौर पर मामले के सिलसिले में बागवानी विभाग के अधिकारियों सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया है. पिछले साल पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने 137 करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा किया था और अब तक 33 लोगों को गिरफ्तार किया है. धोखाधड़ी की गतिविधियाँ मुख्य रूप से बराकपुर गाँव में हुईं, जहां प्रवर्तन निदेशालय ने छापेमारी की. जिसमें बागवानी और राजस्व विभागों, GMADA और निजी संस्थाओं के अधिकारियों के बीच मिलीभगत का खुलासा हुआ.
भूपिंदर सिंह पर है मुआवजा प्राप्त करने का आरोप
बता दें कि भूपिंदर सिंह नामक व्यक्ति पर गमाडा द्वारा विकास कार्यों के लिए अधिग्रहीत कृषि भूमि पर अमरूद के पेड़ लगाने के लिए मुआवजा प्राप्त करने का आरोप है. उन्होंने कथित तौर पर रिकॉर्ड में हेरफेर करने और मुआवजा प्राप्त करने के लिए बागवानी विभाग के अधिकारियों के साथ साजिश रची. ईडी टीम धन के प्रवाह का पता लगाने के लिए मामले के रिकॉर्ड तक पहुंच की मांग कर रही है.
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