रांचीः ईडी ने फाइनेंस कंपनियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में डीजेएन फाइनेंस से जुड़ी 11 अचल संपत्तियों को जब्त कर लिया है. इन संपत्तियों की कीमत एक करोड़ 87 हजार 603 रुपये आंकी गई है.
कई शहरों में थी संपत्तियां
ईडी अधिकारियों के मुताबिक डीजेएन फाइनेंस की ही कंपनी मेसर्स डीजेएन ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड के विपिन कुमार, डीजेएन ग्रुप के सीएमडी जितेंद्र मोहन, रामकिशुन ठाकुर और विशाल कुमार सिन्हा के फ्लैट, दुकान और प्लॉट जब्त किए गए हैं. ये अचल संपत्तियां रांची, लातेहार और गढ़वा में अलग-अलग जगहों पर चिटफंड स्कीम की कमायी से खरीदी गई थी.
ईडी ने पूर्व में भी डीजेएन ग्रुप की 1.66 करोड़ की चल और अचल संपत्तियों को जब्त किया था. 31 दिसंबर 2019 को जब्त की गई इन संपत्तियों पर ईडी की एडुकेटिंग अथॉरिटी ने 29 सितंबर 2021 को अपनी मुहर लगा दी है. ईडी ने लालपुर थाना में दर्ज केस और उसी केस में चार्जशीट के आधार पर मनी लाउंड्रिंग के धाराओं के तहत केस जितेंद्र मोहन सिन्हा, विशाल कुमार सिन्हा, प्रशांत कुमार सिन्हा और इवाटोली संतोष के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया था.
मुंबई स्टॉक एक्सचेंज में भी रजिस्टर्ड डीजेएन कोमोडिटिज
ईडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि डीजेएन कोमोडिटिज मुंबई के स्टॉक एक्सचेंज में भी रजिस्टर्ड था, वहां विशाल कुमार सिन्हा को मालिक बताया गया था. विशाल कुमार सिन्हा ने ही अन्य संचालकों और निदेशकों के साथ मिलकर डीजेएन कोमोडिटिज नाम से ऑफलाइन ट्रेडिंग कर निवेशकों को धोखा दिया. डीजेएन कोमोडिटिज की ओर से आम लोगों से पैसा लेकर इसे ऑनलाइन निवेश करने के नाम पर ठगी की जाती थी. कंपनी के द्वारा झांसा दिया जाता था कि ऑनलाइन ट्रेडिंग से कई गुणा अधिक कमाई होगी. ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर निवेशकों से लिए गए पैसों का निवेश डीजेएन ज्वेलर्स नाम की कंपनी में किया गया था.