रांची : ईडी एक के बाद एक खुलासे कर रही है. भारी मात्रा में नोटों के बंडल पकड़े जा रहे है. अब ईडी ने एक और बड़ा खुलासा किया है. जिसके तहत झारखंड में 3 हजार करोड़ का टेंडर घोटाला होने की बात कही गई है. साथ ही कहा गया है कि इस घोटाले में अर्जित किए गए पैसे विदेश भी भेजे गए है. ईडी ने हेमंत सोरेन को अंतरिम जमानत से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में टेंडर घोटाले की चल रही जांच का भी आंशिक खुलासा किया है.
बता दें कि ईडी ने पिछले दिनों टेंडर घोटाला मामले में मंत्री आलमगीर आलम को गिरफ्तार किया है. वहीं उनपर टेंडर के नाम पर कमीशन लेने का आरोप भी लगाया गया है. इतना ही नहीं उनपर आरोप है कि कमीशन के लिये सेलेक्टेड ठेकेदारों को टेंडर दिया जाता था. इसके अलावा कुछ दस्तावेजों में इस बात का भी जिक्र है कि विभाग के अन्य ब्यूरोक्रैट्स को भी कमीशन मिलता था.
6 मई को रांची में छापेमारी के दौरान ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के घर से 35.23 करोड़ रुपये बरामद किये गये थे. गौरतलब है कि जिस कमरे से ईडी ने पैसे बरामद किये हैं वह कमरा झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव के करीबी जहांगीर का है. उसी दिन ईडी ने राजधानी रांची में संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के ठिकानों के अलावा अरगोड़ा थाना क्षेत्र के हरमू स्थित सर सैयद रेजीडेंसी, पीपी कंपाउंड स्थित मुन्ना सिंह और पथ निर्माण विभाग के इंजीनियर विकास कुमार के ठिकानों पर छापेमारी की. जिसमें कहा गया था कि जेल में बंद इंजीनियर वीरेंद्र राम से जुड़े मामले को लेकर ईडी की टीम यह कार्रवाई कर रही है.
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