रांची। प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने विशाल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। विशाल के पास से ईडी को करीब 5 करोड़ मिली है। ईडी की टीम विशाल को गिरफ्तार कर अपने साथ लेकर घर से निकल गयी है। पैसे कितने मिला है, इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। ईडी की टीम विशाल को जज कॉलोनी स्थित ईडी कोर्ट में पेश करने के लिए जा रही है।
विशाल का एप्पल आई फ़ोन बढ़ा सकता है कईयों की परेशानी
विशाल चौधरी के घर से ईडी को एप्पल फोन मिले है। छापामारी टीम को देख उसने अपने फोन कुड़ेदान में फेंक दिया था। इस फोन के मिलने पर कई कड़ियां जुड़ी हैं। इसमें सत्ता के गलियारे में दलाल प्रेम के नाम से प्रसिद्ध कलेक्टर(उगाही करने वाला) का नाम भी सामने आया है। इस कलेक्टर का संबंध वर्तमान सरकार के कई मंत्रियों और अफसरों के साथ है। इसने ही विशाल के कहने पर एक बड़े राजनेता की पत्नी को एप्पल फोन और सीम उपलब्ध कराया था। जिसमें ईडी को कई लेन-देन के ट्रानजेक्शन मिले है। कई अहम सबूत भी हाथ लगे है। यह वहीं दलाल प्रेम है, जो अचानक रांची से गायब हो गया। पहले विशाल चौधरी के साथ मिलकर आईएएस-आईपीएएस और अन्य अफसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग का कारोबार चलाते थे। विशाल को झारखंड के ब्यूरोक्रेट्स की काली कमाई का बड़ा निवेशक बताया जा रहा है।
कई अफसरों का नाम आ सकता है सामने
ईडी द्वारा खनन अधिकारियों से चल रही पूछताछ के बाद मिले इनपुट और अबतक की पूछताछ में विशाल नाम सामने आया है। केवल पूजा सिंघल ही नहीं पाइपलाइन में वर्तमान में राज्य में सक्रिय कई अफसर भी हैं। विशाल चौधरी राज्य के कुछ आइएएस अफसरों का करीबी है। जांच में ऐसे अफसरों के नाम सामने आ सकते हैं।