रायपुर। शराब घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने आबकारी विभाग के ओएसडी अरुण पति त्रिपाठी को मुंबई से गिरफ्तार करके शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की कोर्ट में ईडी ने 10 दिन की रिमांड की मांग की, लेकिन तीन दिन का रिमांड मंजूर हुई। इसके बाद त्रिपाठी को 15 मई तक के लिए ईडी की रिमांड पर भेज दिया गया।

ईडी के अधिकारियों ने बताया कि गिरफ़्तारी के वक्त त्रिपाठी के साथ उनकी पत्नी मंजुला त्रिपाठी भी थीं। उन्हें नियमित विमान से रायपुर लाया गया। पूछताछ के बाद देर शाम त्रिपाठी को कोर्ट में पेश किया गया। ईडी के जांच घेरे में आने के बाद से ही त्रिपाठी गायब थे। उनकी तलाश में आबकारी विभाग में दो बार ईडी ने दबिश भी दी थी। इसके साथ ही ईडी ने राजधानी रायपुर के एक होटल और केबल कारोबारी से देवेंद्र नगर स्थित आवास पर पूछताछ की। हालांकि ईडी की तरफ से इस पूछताछ की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। इससे पहले ईडी ने भिलाई के शराब कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन की 28 करोड़ की संपत्ति सीज कर दी है। ढिल्लन भी 15 मई तक ईडी की रिमांड पर हैं।

गौरतलब है कि छत्तीगसढ़ में दो हजार करोड़ के शराब घोटाला मामला बाहर आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम लगातार इसपर जांच कर रही है। दो दिन पहले शराब घोटाला ममाले में कारोबारी अनवर ढेबर को कोर्ट में पेश किया गया था। जहां जज के सामने अनवर ढेबर ने कहा था कि ईडी उन्हें प्रताड़ित कर रही है और सीएम व उनके परिवार का नाम लेने का दबाव बना रही है। मुझे बहुत प्रताड़ित किया गया है। अगर ऐसा चलता रहा तो मैं खुदकुशी कर लूंगा। अनवर ढेबर ने जज के सामने ख़ुदकुशी करने की चेतावनी दी है और कहा कि ईडी उसकी जिम्मेदार होगी।

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