Johar Live Desk : म्यांमार और थाईलैंड में शुक्रवार को आए भूकंप ने व्यापक तबाही मचाई है. म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर के पास आज यानी रविवार को 5.1 तीव्रता का भूकंप आया, जबकि शनिवार शाम तक पांच अन्य झटके महसूस किए गए. म्यांमार में कुछ दिन पहले ही 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया थी, जिससे कई इमारतें ढह गईं और महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ. इस भूकंप के कारण अब तक 1,700 लोगों की मौत हो चुकी है और 3,400 से अधिक लोग लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है. अनुमान जताई जा रही है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है.
लगातार मेहशूस हो रहे झटकें
म्यांमार में आ रहे लगातार भूकंपों से लोग भयभीत हैं. भूकंप के बाद मांडले की सड़कों पर लोग चीखते-चिल्लाते हुए भागने लगे. भूकंप का केंद्र सागाइंग फॉल्ट पर स्थित था, जो इंडिया प्लेट और सुंडा प्लेट के बीच है, जिस कारण म्यांमार में भूकंप का खतरा अधिक रहता है. म्यांमार के पड़ोसी देश थाईलैंड में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. राजधानी बैंकॉक समेत थाईलैंड के अन्य हिस्सों में इसका प्रभाव देखा गया. बैंकॉक में 10 लोगों की मौत हो चुकी है, 26 घायल हैं, और 47 लोग अभी भी लापता हैं. चतुचक बाजार के पास एक निर्माण स्थल पर भी बड़ा नुकसान हुआ, जहां एक 33 मंजिला इमारत ध्वस्त हो गई. इस घटना ने थाईलैंड में राहत और बचाव कार्यों को भी कठिन बना दिया है, क्योंकि अस्पतालों में जगह कम पड़ गई है और उपचार सामग्री की भारी कमी हो गई है.
म्यांमार पहले से ही गृहयुद्ध और मानवीय संकट से जूझ रहा है, जिससे राहत कार्यों में मुश्किलें आ रही हैं. अब तक के हालात में नागरिकों के लिए जीवन-रक्षक मदद पहुंचाने में कठिनाई हो रही है.