रांची : राजधानी में हजारों की संख्या में ई रिक्शा धड़ल्ले से दौड़ रहे है. न तो उनका रूट तय है और न ही नियमों का पालन करते है. अब इस मनमानी पर लगाम लगाने के लिए रांची नगर निगम रेस हो गया है. जिसके तहत शहर में चलने वाले सभी ई रिक्शा को रूट परमिट लेना अनिवार्य होगा. बिना परमिट के चलने वालों पर नगर निगम एक्ट के तहत कार्रवाई करेगा. वहीं ई रिक्शा को जब्त भी कर लिया जाएगा. बता दें कि शहर में जाम की समस्या को देखते हुए यह व्यवस्था की जा रही है.
रूट निर्धारण को लेकर बैठक
झारखण्ड नगरपालिका अधिनियम की धारा 412 के आलोक में शहर की यातायात व्यवस्था को सृदृढ़ एवं व्यवस्थित करने के उद्देश्य से प्रशासक अमीत कुमार ने बैठक की. जिसमें पूर्व में विभिन्न मार्गो में ई रिक्शा का रूट निर्धारण करते हुए रूट पास निर्गत किया गया था. साथ ही कहा गया कि उस पास की वैधता अगले आदेश तक के लिए विस्तारित की गई थी. इसलिए फिर से ई रिक्शा के लिए रूट निर्धारण किया जाएगा. शहर में राज्य सरकार की विकास की बड़ी-बड़ी योजनाएं प्रगति पर है. लेकिन ई रिक्शा की अनगिनत संख्या से अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है. मुख्य मार्गों के अलावा बाईलेन में भी बिना परमिट वाले ई-रिक्शा चल रहे है. उन्होंन कहा कि रूट तय करते हुए चालकों को रूट पास निर्गत किया जाए ताकि यातायात व्यवस्था को सृदृढ़ एवं व्यवस्थित की जा सके.
4500 ई रिक्शा रजिस्टर्ड
बैठक में डीटीओ ने बताया कि वर्तमान में लगभग 4500 ई रिक्शा रजिस्टर्ड है. लेकिन 1400 के लिए ही रूट परमिट निर्गत किया गया है. अधिकांश ई रिक्शा अव्यवस्थित रूप से चल रहे है. पुनः रूट निर्धारित करने को लेकर शहर में निगम ने 131 रूट चिन्हित किया है. नगर प्रशासक ने कहा कि पहले चरण में माइक्रो लेवल पर रूट ना तय करते हुए सुपर जोन के अनुसार रूट निर्धारण किया जाए. साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि ईरिक्शा के लिए आवश्यक रूट क्या होगा और प्रत्येक रूट पर इनकी कितनी संख्या होगी इसपर रांची नगर निगम, यातायात पुलिस और जिला परिवाहन विभाग संयुक्त रूप से अगले सप्ताह तक एक बैठक करे और सुपर जोन का निर्माण करते हुए रूट का निर्धारण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें. उक्त रूट प्लान तैयार होने के बाद अगली बैठक में इसपर निर्णय लिया जाएगा. 10 जनवरी 2024 तक इसे पब्लिक डोमेन पर प्रकाशित कर दिया जाएगा.
कामर्शियल बिल्डिंग पार्किंग को ले चलेगा अभियान
प्रशासक ने निर्देश दिया कि निगम क्षेत्रांतर्गत ‘Parking pushing drive’ चलाए, जिसमें मुख्य रूप से व्यवसायिक भवनों के पार्किंग स्थल को चिन्हित कर व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के मालिक, कर्मचारियों के वाहनों को पार्किंग स्थल में लगवाने का कार्य किया जाए. जिससे सड़क पर पार्किंग के कारण जाम की स्थिति पर रोक लगाई जा सके. बैठक में अपर प्रशासक कुंवर सिंह पाहन, उप प्रशासक रविंद्र कुमार, जिला परिवाहन पदाधिकारी प्रवीण प्रकाश, पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) एवं नगर प्रबंधक उपस्थित थे.