रांची : झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन भी जमकर हंगामा हुआ. सत्र से पहले विधायकों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया. इसके बाद सदन में भी सत्र हंगामेदार रहा. सत्ता पक्ष-विपक्ष के विधायक वेल में आए गए और नारेबाजी करने लगे. स्पीकर ने उन्हें शांत कराने का प्रयास किया और सत्र को सुचारू रूप से चलाने का आग्रह किया. लेकिन विधायक मानने को तैयार नहीं थे. ऐसे में स्पीकर ने विधायकों से कह दिया कि क्या प्रश्नकाल को हंगामाकाल घोषित कर दें. इस बीच भाजपा ने सरकार पर जमकर हमला बोला. वहीं हंगामें के बीच 12.30 तक सदन स्थगित कर दिया.
भाजपा ने राज्य में नियुक्ति को लेकर सरकार को आड़े हाथ लिया. बीजेपी विधाय भानू ने कहा कि 800 नियुक्तियां ही चार साल में हुई. परीक्षाएं रद्द हो रही है. जिसपर सरकार का कोई ध्यान नहीं है. साथ ही कहा कि जो नियुक्तियां हुई हैं वो पिछले साल की हैं. नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा कि प्रदीप यादव ने व्यवस्था के तहत वो प्रश्न रखा जो इस सदन का मामला नहीं है. इसके लिए इस सदन में निंदा का प्रश्न कैसे लाया जा सकता है. वहीं समर्थन में कहा कि भानू प्रताप शाही ने भी सही प्रश्न उठाया. उन्होंने कहा कि राजभवन के सामने 1971 का एक सैनिक धरने पर बैठा है. सैनिक 23 मार्च को सीएम से मिले थे. पंचायत सेवक संघ के 18 हजार लोग 100 दिनों से अधिक समय से धरने पर बैठे हैं. लेकिन सरकार का कोई प्रतिनिधि उनसे मिलने तक नहीं गया. उनसे बातचीत के लिए पहल तक नहीं की जा रही है. युवाओं को नौकरी कहीं नहीं मिल रही है. राज्य में पूरी व्यवस्था चरमराई हुई है.
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