रांचीः डुमरी विधानसभा उपचुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। यह उपचुनाव मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बनाम राज्य के पहले मुख्यमंत्री रहे बाबूलाल मरांडी की प्रतिष्ठा से जुड़ गया है। ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी उपचुनाव में राज्य के तमाम दिग्गज नेता पसीना बहाते दिख रहे हैं। एनडीए और आईएनडीआईए गठबंधन के नेता अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं। सीएम के पक्ष में सहानुभूति की ताकत है, क्योंकि लगातार डुमरी जीतते रहे जगरनाथ महतो के असमय निधन के बाद पार्टी ने उनकी पत्नी बेबी देवी को मैदान में उतारा है। उनके पक्ष में गठबंधन में शामिल कांग्रेस और राजद के नेता एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ आजसू प्रत्याशी यशोदा देवी के लिए भाजपा के तमाम दिग्गज नेता गेम चेंजर के तौर पर भूमिका में दिख रहे हैं। डुमरी उपचुनाव में ऊंट किस करवट बैठेगा, इसका फैसला तो 8 सितम्बर को होने वाली वोटों की गिनती के बाद ही होगा, लेकिन स्टार प्रचारकों की भीड़ और राजनीतिक दलों की जोड़तोड़ निश्चित रूप से चुनाव को रोचक बना रही है।

4 उपचुनावों में यूपीए महागठबंधन की जीत

झारखंड में 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद से बेरमो, मधुपुर, मांडर और दुमका में उपचुनाव हुए। चारों उपचुनावों में सीटिंग एमएलए के निधन या सीट छोड़ने के बाद उनके परिवार के सदस्यों ने ही जीत हासिल की। बेरमो में दिग्गज कांग्रेस नेता राजेंद्र सिंह के निधन के बाद उनके बेटे अनूप सिंह उर्फ कुमार जयमंगल सिंह ने जीत दर्ज की। मधुपुर में हेमंत कैबिनेट में मंत्री रहे हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद उनके बेटे हफीजुल हसन अंसारी जीते। मांडर में बंधु तिर्की की विधायकी गई तो उनकी बेटी शिल्पी नेहा तिर्की ने जीत हासिल की। दुमका में बसंत सोरेन जीते। यह सीट उनके बड़े भाई और प्रदेश के मुखिया हेमंत सोरेन के छोड़ने की वजह से खाली हुई थी। बता दें कि इससे पहले 5 उपचुनावों में से 4 सीटों पर सत्ताधारी पार्टी का कब्जा बरकरार रहा। वहीं हाल ही में रामगढ़ में हुए उपचुनाव में एनडीए में शामिल आजसू पार्टी ने बाजी मारी।

मंत्री जगरनाथ महतो के निधन से खाली हुई सीट

झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का असमय निधन हो गया। उनका निधन चेन्नई के एमजीएम अस्पताल में इलाज के क्रम में हुआ था। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। जगरनाथ महतो के निधन के बाद डुमरी विधानसभा सीट खाली हो गई है। वे झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक थे।

लगातार 4 बार विधायक बने जगरनाथ महतो

बता दें कि पूर्व मंत्री स्व जगरनाथ महतो गिरिडीह के डुमरी विधानसभा से लगातार 4 बार विधायक रहे। साल 2019 के विधानसभा चुनाव में सर्वाधिक 34940 वोटों से जीत हासिल की थी। डुमरी विधानसभा सीट झारखंड के मध्य क्षेत्र का हिस्सा है, और इसकी 90 फीसदी आबादी ग्रामीण है, शेष 10 फीसदी आबादी शहरी है। इस विधानसभा सीट में 10।97 फीसदी अनुसूचित जाति (SC) तथा 10।68 फीसदी अनुसूचित जनजाति (ST) की आबादी है।

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