Joharlive Team
दुमका : कृषि आशीर्वाद योजना के तहत डीबीटी के माध्यम से तकरीबन 35, 970 किसानों के बीच कुल 12. 5 करोड़ की राशि हस्तांतरित की गई है, जबकि सांकेतिक रूप से 6 किसानों को इस योजना का लाभ अभी तक दिया जा चुका है। इंडोर स्टेडियम, दुमका में आहुत कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि डीसी दुमका राजेश्वरी बी ने उपरोक्त बातें कही। डीसी ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत प्रति एकड़ 5, 000 रुपये की राशि सरकार द्वारा अलग अलग किस्तों में दी जा रही है। सभी योग्य किसानों को इस योजना का लाभ मिलेगा। यदि किसी किसान को उपरोक्त योजना के तहत एक भी किश्त प्राप्त नहीं हुआ है तो भी उन्हें परेशान होने की कोई जरूरत नहीं। डीबीटी के माध्यम से राशि भेज दी जााएगी। डीसी ने कहा कि मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत दी जाने वाली राशि सही समय पर कृषि से संबंधित कार्य के लिए इस्तेमाल करें। आय को दुगुनी करने के लिए इस राशि का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की आय दुगुनी करने के लिए कार्य कर रही है।
डीडीसी शेखर जमुआर ने कहा कि किसानों के आर्थिक उत्थान के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का सदुपयोग सभी किसान भाई बहन करें ताकि आर्थिक रूप से आप सशक्त हो सकें। विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सरकार आप सबों को सशक्त करने का कार्य कर रही है। राज्य सरकार किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही है। किसानों को नई-नई तकनीकों से अवगत कराया जा रहा है।उन्होंने कहा कि गांव में रोजगार का सृजन करना,आपका आर्थिक विकास हो यह सरकार का मुख्य उद्देश्य है।सरकार का किसानों की आय दोगुनी करने का संकल्प तभी पूरा होगा जब आप सभी उन्नत तकनीक से खेती करेंगे तथा पूरे वर्ष नए-नए फसलों का उत्पादन करेंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सदैव आपकी सेवा में तत्पर है। किसी भी प्रकार की अगर आपको समस्या हो तो आप नि:संकोच आकर मिले आपकी हर समस्याओं को दूर किया जाएगा।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष जॉयस बेसरा, कृषि पदाधिकारी तथा अन्य गणमान्य अतिथियों ने भी अपनी बात रखी। इस अवसर पर अपर समाहर्ता सुनील कुमार,निदेशक डीआरडीए विनय कुमार सिंकू,जिला योजना पदाधिकारी अरुण कुमार द्विवेदी,उप निदेशक जनसंपर्क शालिनी वर्मा,जिला परिषद उपाध्यक्ष असीम मंडल सहित जिला प्रशासन के वरीय अधिकारीगण,तथा बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।