धनबाद: जनता श्रमिक संघ का प्रयास एक बार फिर रंग लाया है. धनबाद के बाघमारा में बीसीसीएल कर्मी अनिल चौहान के मौत होने पर शव के साथ धरना पर अश्रितो के साथ जनता श्रमिक संघ के पदाधिकारी बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ पिछले 48 घंटो तक डटे रहे. जिसके परिणाम स्वरूप बीसीसीएल ब्लॉक दो क्षेत्रीय कार्यालय में गुरुवार की देर रात मृतक के आश्रित को प्रोविजनल नियुक्ति पत्र बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा दिया गया. मौके पर जनता श्रमिक संघ केंद्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप सिन्हा, दीपक चौहान, मनोज चौहान, विशाल बरनवाल, महादेव महतो, कन्हैया चौहान, शुभम यादव, बाल्मिकी यादव सहित अन्य यूनियन प्रतिनिधि मौजूद रहे.
कुछ यूनियन अपना श्रेय लेने के चक्कर मे भी लगे रहे
बता दें कि बीसीसीएल मधुबन कोलवाशरी में काम करने वाले अनिल चौहान की मौत सेंट्रल अस्पताल में इलाज के दौरान मंगलवार देर रात को हो गई थी. जिसके बाद मृतक के परिजन एवं जनता श्रमिक संघ के पदाधिकारी शव के साथ बीओसीपी 14 नम्बर हाजरी घर के सामने परियोजना का काम बाधित कर धरना पर बैठ गए थे. बुधवार से गुरुवार देर रात तक शव रखे जाने के बावजूद नियोजन और मुआवजे को लेकर बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा कोई पहल नही किया गया. संयुक्त मोर्चा यूनियन प्रतिनिधियों के वार्ता के बाद भी बीसीसीएल नियोजन देने में आनाकानी करती रही. वही कुछ यूनियन अपना श्रेय लेने के चक्कर मे भी लगे रहे.
मृतक के पुत्र ने कहा कि जनता श्रमिक संघ के सार्थक प्रयास से 48 घण्टे बाद बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा नियुक्ति पत्र दिया गया
वहीं जनता श्रमिक संघ केंद्रीय उपाध्यक्ष ने कहा की बीसीसीएल प्रबंधन लाश पर राजनीति करती है. जो बिल्कुल सही नही है. जनता श्रमिक संघ की महामंत्री रागिनी सिंह ने बीसीसीएल सीएमडी से बात की जिसके बाद नियोजन और मुआवजे पर सहमति बनी. जिसके उपरांत बीसीसीएल प्रबंधन द्वारा मृतक के पुत्र सीताराम चौहान को नियोजन नियुक्ति पत्र दिया गया. वही बीसीसीएल ब्लॉक दो जीएम चितरंजन कुमार ने कहा कि शव उत्खनन स्थल समीप रखे जाने से उत्पादन बाधित हुआ है. जिससे काफी नुकसान हुआ है. 48 घण्टे बाद बीसीसीएल की संवेदना जगी के सवाल पर कहा कि नियम पूर्वक नियोजन बीसीसीएल मृतक परिजन को दिया गया है. उन्होंने कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन ने मानवीय परिस्थितियों को देख नियोजन दी है.
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