साहिबगंज : साहिबगंज के कई प्रखंडों में झमाझम बारिश हो रही है। बारिश होने से किसानों में खुशी की लहर देखी जा रही है। किसानों ने लगातार हो रही बारिश के बाद धान की रोपाई भी शुरू कर दी है। लेकिन अभी भी किसानों को सरकार से मदद की उम्मीद है।
किसानों के खिल उठे चेहरे
साहिबगंज में बारिश आसमानी आफत नहीं बल्कि किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है। राजमहल की पहाड़ियों से घिरे साहिबगंज में किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। क्योंकि पानी की किल्लत से परेशान किसानों को प्रकृति ने बारिश का तोहफा दे दिया है।
प्रकृति के तोहफा से अन्नदाता खुश
जिले के कई प्रखंडों में झमाझम बारिश के बाद किसानों ने धान की रोपाई शुरू कर दी है। महिला हो या पुरुष सभी कड़ी मेहनत कर खेतों को हरा भरा बनाने में जुट गए हैं। हालांकि ये नजारा पूरे जिले में एक जैसा नहीं है। क्योंकि जिले के कई प्रखंडों में अच्छी बारिश नहीं हुई है। ऐसे में कहीं-कहीं तो रोपाई शुरू हो गई है, लेकिन कुछ हिस्सों में बारिश में देरी के चलते रोपाई नहीं हो रही है। जिले के बरहेट, ताल झारी, बोरियो, राजमहल, बरहरवा प्रखंड क्षेत्र के कुछ किसानों की मानें तो धान का बिचड़ा अभी भी छोटा है और लगभग एक सप्ताह के अंदर तैयार हो जाएगा। जिसके बाद वो भी धान की रोपाई शुरू कर सकते हैं।
किसानों को बारिश तो दी रही है साथ, लेकिन सरकार से नहीं मिल रहा सहयोग
बारिश भले ही किसानों का साथ दे रही है, लेकिन सरकार का साथ किसानों को नहीं मिल रहा है। क्योंकि जिन प्रखंडों में बारिश कम हुई है वहां किसानों को शासन प्रशासन की ओर से किसी तरह की सिंचाई की सुविधा नहीं दी गई है और खुद से खेतों में बोरिंग लगाने के लिए किसान समर्थ नहीं है। ऐसे में किसानों की सरकार से अपील है कि उन्हें सिंचाई की व्यवस्था दी जाए ताकि उनके रोजगार के एकमात्र साधन पर ग्रहण ना लगे।
किसानों को नहीं मिली सिंचाई सुविधा
झारखंड ही नहीं पूरे देश में चुनावी मौसम में किसानों का मुद्दा सियासतदानों का चहेता होता है, लेकिन जब बात किसानों को सुविधाएं देने ही होती है तब सत्ता में बैठे जनप्रतिनिधि हो या प्रशासन सभी हाथ पीछे कर लेते हैं। किसानों को भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है। फिलहाल साहिबगंज के किसानों की गुहार सरकार तक पहुंचती है या नहीं, ये देखना दिलचस्प होगा।