Joharlive Team

दुमका। झारखंड के दुमका में लगातार हो रही बारिश के कारण मसानजोर डैम का जलस्तर बढ़ चुका है। जिसको देखते हुए पक्षिम बंगाल सरकार ने मसानजोर डैम का गेट खोल रखा है। लेकिन, पानी छोड़े जाने के कारण झारखंड के रानेश्वर प्रखंड के कई गांव में, खेतों में पानी अत्यधिक होने से धान की फसल नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है।

गेट खोलने के पूर्व झारखंड के इलाकों में इसकी सूचना मसानजोर डेम प्रबंधन की ओर से नहीं दी जा रही है। जिससे किसानों को पानी के कारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में खेतों में अत्यधिक पानी घुस जाने से धान की फसल नष्ट होने की संभावना बन रही है। इससे स्थानीय किसान चिंतित हैं।

स्थानीय लोगों की मानें तो, मसानजोर डैम का पानी छोड़े जाने को लेकर आम लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मसानजोर डैम के पानी के कारण, कृत्रिम बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। मसानजोर से उत्पन्न बिजली और इसके पानी का लाभ झारखंड के लोगों को नहीं मिलता है।

बता दें कि, मसानजोर डैम का अधिकार पक्षिम बंगाल सरकार को है और मसानजोर डैम के खतरे का पानी का निशान 392 फिट है। अगर खतरे के निशान के लगभग पानी मसानजोर डैम तक पहुंच जाता है तो, पक्षिम बंगाल सरकार लगातार पानी छोड़ देती है, जिससे झारखंड के रानेश्वर प्रखंड क्षेत्र के रहने वाले लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

Share.
Exit mobile version