रांचीः सावन महीनें में सुल्तानगंज से देवघर के बीच की कांवर यात्रा और श्रावणी मेला का आयोजन लगातार दूसरे साल नहीं हो पाएगा. पिछले साल भी कोरोना संबंधी प्रतिबंधों के कारण कांवर यात्रा और श्रावणी मेला का आयोजन नहीं हो पाया था. कोरोना गाइडलाइंस के तहत इस बार भी राज्य सरकार मंदिरों में आमलोगों की पूजा अर्चना और मेला पर रोक लगाये हुए है. ऐसे में श्रावणी मेले का आयोजन नहीं होगा. इसके बावजूद लगभग 1000 पुलिस के जवान मंदिर परिसर की सुरक्षा के लिए तैनात किए जाएंगे, इसके लिए पूरी रणनीति तैयार की जा चुकी है.
एक हजार जवान तैनात होंगे
देवघर के विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले का आयोजन इस साल नहीं होगा राज्य पुलिस के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है. हलाकि पुलिस अलर्ट है. झारखंड के देवघर से बासुकीनाथ तक बाहर के राज्य के लोग कांवर लेकर न आएं इसके लिए सुरक्षा के इंतजाम भी किए जाएंगे. देवघर स्थित बाबा मंदिर, दुमका के बासुकीनाथ में मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे. वहीं बिहार की सीमाओं पर चेकनाके भी स्थापित किए जाएंगे. देवघर में बाबा मंदिर तक प्रतिबंधों के बावजूद सावन की सोमवारी समेत अन्य दिनों में भीड़ उमड़ आती है. बीते साल भी प्रतिबंधों के बावजूद लोगों की भीड़ देवघर में जमा हो गई थी, ऐसे में राज्य पुलिस मुख्यालय के स्तर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम और कोरोना प्रोटॉकाल के सख्ती से पालन का फैसला लिया गया है. राज्य पुलिस मुख्यालय के द्वारा तकरीबन एक हजार जवानों की तैनाती देवघर जिले में विधि व्यवस्था के लिए की जाएगी. राज्य पुलिस मुख्यालय के द्वारा शुक्रवार या शनिवार को प्रतिनियुक्ति आदेश जारी कर दिया जाएगा.
सीमाओं पर होगी जांच
पुलिस मुख्यालय के अनुसार सावन को लेकर बिहार से आने वाले वाहनों पर खास नजर होगी. बिहार की सीमाओं पर चेकनाके बनाए गए हैं. वहां तैनाती कर वाहनों की जांच होगी. मंदिर परिसर के आसपास भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. कांवर यात्रा और मेले के आयोजन को लेकर सरकारी आदेश यथावत जारी है. आगे जो भी गाइडलाइंस आएंगी, उसके अनुसार कार्रवाई होगी.