Joharlive Geam

रांची। महानगरों की तर्ज पर अब रांची में डिजिटल ब्रेथ एनालाइजर की शुरुआत होने जा रही है। आज से राजधानी रांची की सड़कों पर ट्रैफिक पुलिस डिजिटल ब्रेथ एनालाइजर से चालक के शराब पीने की जांच करेंगे। ट्रैफिक एसपी अजित पीटर डुंगडुंग की पहल पर सोमवार की देर शाम से शुरुआत की जायेगी। रांची ट्रैफिक पुलिस ने 50 डिजीटल ब्रेथ एनलाइजर खरीद ली है। 30 एमएल से ज्यादा शराब पीकर वाहन चलाने वालों का पुलिस डीटीओ से मिलकर लाइसेंस रद्द कराएगी। पुलिस ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। पूरे मामले में ट्रैफिक एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग ने बताया कि छह माह पहले प्रस्ताव तैयार किया गया था। पूरे देश में रांची का दूसरा स्थान होगा, जहां पुलिस के जवान डिजीटल ब्रेथ एनलाइजर से जांच करेंगे। प्रतिदिन पुलिस रात दस बजे से एक बजे तक डंकन ड्राइव अभियान चलाएगी। पुलिस के द्वारा यह अभियान चलाने से सड़क हादसों में कमी आती है। अभियान से पुलिस लोगों का जान बचाने का प्रयास करती है। शहर में रात में होनी वाली अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं नशे की हालत में होती हैं।उन्होंने कहा कि एक डिजिटल ब्रेथ एनलाइजर की कीमत तीस हजार रुपए है। पुलिस ने सभी पुराने ब्रेथ एनलाइजर को हटा दिया है। कुछ माह के बाद पुलिस और 50 डिजिटल ब्रेथ एनलाइजर खरीदेगी। 

डिजीटल ब्रेथ एनलाइजर से ऐसे होगी जांच

ट्रैफिक एसपी ने कहा कि पुलिस शराब के नशे में वाहन चालकों को पकड़ने के बाद डिजिटल ब्रेथ एनलाइजर को वाहन चालक के मुंह के पास रखेगी। डिवाइस में एक कैमरा भी लगा हुआ है। इसके बाद पुलिस चालक से कुछ और बोलने के लिए कहेगी। चालक के बोलते ही डिवाइस अपना काम शुरू कर देगी। डिवाइस से पता चल जाएगा कि चालक ने कितनी शराब पी रखी है। वाहन चालक को फोटो खींचकर उसे फोटो लगा हुआ चालान दे दिया जाएगा। 

पूर्व में ऐसे होती थी ब्रेथ एनलाइजर से जांच

पुलिस के डंकन ड्राइव अभियान के दौरान जवान वाहन चालकों को शराब के नशे में पकड़ने के बाद उनके मुंह के भीतर पाइप डालता था। चालक के फूंक मारने के बाद शराब की मात्रा का पता चलता था। इसके बाद पाइप को फेंक दिया जाता था और चालकों से जुर्माना वसूला जाता था। 

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