Joharlive Team
- एक दर्जन नशीली दवाइयों को किया गया जब्त – अंबुज और रितेश पर की गई प्राथमिकी दर्ज – रांची को बना रखा था नशीली दवाओं का हब
रांची। राजधानी रांची के नयाटोली , सिमलिया में ड्रग डिपार्टमेंट द्वारा एक करोड़ रुपये की नशीली दवा जब्त की है। मौके पर से दो आरोपी फरार हो गए हैं। एक दिन पहले गुमला ड्रग डिपार्टमेंट की टीम ने कुछ दवाओं को जब्त किया था। पकड़े गए लोगों से मिली जानकारी के आधार पर रिंग रोड के निकट छापेमारी कर 250 कार्टून दवाओं को जब्त किया गया है। फिलहाल इस मामले में ड्रग डिपार्टमेंट की ओर से फरार हुए अम्बुज, बोडेया और सिमलिया के रितेश पर ड्रग इंस्पेक्टरों द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई। प्राथमिकी नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकॉट्रॉपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। टीम द्वारा करीब 3 घंटे तक सिमलिया में कार्रवाई की गई। एक दर्जन नशीली दवाओं को किया गया जब्त : नया टोली स्थित छोटी सी दुकान में ढाई सौ कार्टून नशीली दवाओं की रखी गई थी। सभी एक दर्जन दवाइयां नशीली थी। बिना चिकित्सकीय परामर्श के इन दवाओं की बिक्री वह की जा सकती है। बताया गया कि रांची में नशीली दवाओं का हब बना हुआ है। यहां से विभिन्न जगहों पर दवाओं की बिक्री की जाती है। यहां से गुमला भी ले जाया जाता है। एक दिन पहले गुमला में नशीली दवा पकड़े जाने पर गिरफ्तार लोगों ने यह जानकारी दी कि रांची के रिंग रोड के निकट बने एक दुकान से दवाओं की सप्लाई की जाती है। इसके बाद रांची और गुमला के ड्रग इंस्पेक्टर टीम के साथ छापेमारी की। टीम को भी उम्मीद नहीं थी कि की एक छोटी सी दुकान में ढाई सौ कार्टून दवाओं का स्टॉक रखा गया होगा। दवाओं में विंरेक्स, ओनारेक्स, फेंसीरेक्स, कॉडरेक्स, पेंटाजोसिन, सिंपलेक्स प्लस प्लस सहित अन्य दवाओं जब्त किया गया है। मकान मालिक को भी नहीं थी जानकारी : जब पुलिस ने पूछताछ की तो मकान मालिक ने बताया किमकान मालिक को यह पता नहीं था कि इस दुकान से नशीली दवाओं का कारोबार होता है। जून महीने में दुकान को अंबुज और रितेश ने किसी ओर कारोबार के लिए ले रखा था। दूसरी तरफ दोनों आरोपियों के रिश्तेदारों को बुलाकर उनसे पूछताछ की गई। नया टोली में रहने वाले रिश्तेदारों ने बताया कारोबार करने के नाम पर कुछ महीनों से उनके घरों पर अंबुज और रितेश रहता था। बिना चिकित्सकीय सलाह के दवाओं की नहीं हो सकती बिक्री : ड्रग इंस्पेक्टर का कहना है की इन दवाइयों को खाने के पहले परामर्श लेना पड़ता है। बिना चिकित्सकीय परामर्श के इसकी बिक्री नहीं की जा सकती है। इन दवाओं के सेवन से लोग इसके आदि हो जाते हैं।इस अभियान में रांची की ड्रग इंस्पेक्टर प्रतिभा झा, राम कुमार झा और गुमला के अमित कुमार सहित रातू थाना की टीम शामिल थी।