नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार सामाजिक विकास योजनाओं को एकीकृत कर रही है और विशेष रूप से महिलाओं को विकास प्रक्रिया में भागीदार बनाने पर जोर दे रही है. उन्होंने कहा कि सरकार गरीबों के लिए काम कर रही है और उनके सामाजिक, आर्थिक विकास के साथ-साथ उनकी जीवनशैली में बदलाव लाने का काम कर रही है. गरीबों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है और चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रही है और ऊर्जा संरक्षण के लिए हरित ऊर्जा के क्षेत्र में आगे बढ़ रही है. सरकार आधुनिक मानकों को बढ़ावा दे रही है ताकि भारत विकसित देशों के साथ प्रतिस्पर्धी बन सके. बुनियादी ढांचे के विकास के लिए सड़कों का तेजी से निर्माण किया जा रहा है.
शांति बनाए रखने के हो रहे प्रयास
सरकार पूर्वोत्तर राज्यों में विकास कार्यों को गति देने के लिए काम कर रही है. वहां बुनियादी ढांचे के विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है और शांति बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि ड्रोन को बढ़ावा दिया जा रहा है और महिलाओं को ड्रोन पायलट के क्षेत्र में विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है. महिलाओं को विकास में बराबर की भागीदार बनने और इस प्रक्रिया में हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है. राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार सबके विकास के लिए काम कर रही है. इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि विकास प्रक्रिया से कोई भी वंचित न रह जाए. इसी का नतीजा है कि सरकार ने अब तक 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है.
आम बजट भविष्योन्मुखी होगा, कई ऐतिहासिक कदम उठाए जाएंगे
राष्ट्रपति ने संकेत दिया कि नवगठित मोदी सरकार का पहला आम बजट भविष्योन्मुखी और सुधारों को आगे बढ़ाने वाला होगा, आज ऐसा लग रहा था कि इसमें कई ऐतिहासिक कदम उठाए जाएंगे जिससे भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.उन्होंने कहा, “सुधार, प्रदर्शन और बदलाव के संकल्प ने भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना दिया है. पिछले 10 वर्षों में भारत 11वें स्थान से उठकर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. दुनिया के विभिन्न हिस्सों में महामारी और संघर्षों के बावजूद भारत तेज विकास दर हासिल करने में सफल रहा है. यह पिछले 10 वर्षों में राष्ट्रहित में किए गए सुधारों और निर्णयों के कारण संभव हुआ है. आज भारत वैश्विक विकास में 15 प्रतिशत का योगदान देता है. मेरी सरकार भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम कर रही है.