खूंटी। मरीज के परिजनों के साथ अभद्र व्यवहार करने के कारण सदर अस्पताल के डॉक्टर विपिन फुलजेंस खलखो को निलंबित कर दिया गया है। जिला प्रशासन की अनुशंसा पर सरकार के संयुक्त सचिव विद्यानंद शर्मा ने आदेश जारी किया है। निलंबन के दौरान डॉक्टर हजारीबाग के कार्यालय में रहेंगे।स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग ने इस मामले में कार्रवाई की है।
जारी आदेश में निलंबित चिकित्सक का निलंबन अवधि में मुख्यालय क्षेत्रीय उप निदेशक, उत्तरी छोटानागपुर प्रमण्डल, हजारीबाग के कार्यालय में रहने के देने निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही निलंबित चिकित्सक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया भी अलग से की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि दो जुलाई की रात मेराल के कुछ लोग मरीज को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे थे। मरीज को इमरजेंसी में लाया गया था। इस दौरान जब परिजन डॉ. विपिन फुलजेंस खलखो को उपचार के लिए जगाने गये तब चिकित्सक ने परिजनों के साथ गाली गलौज और दुर्व्यवहार किया था, जिसका वीडियो परिजनों ने वायरल कर दिया था। इसके बाद पांच जुलाई को एसडीएम अनिकेत सचान के नेतृत्व में जांच टीम गठित की गई। जांच टीम ने उस रात सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में कार्यरत मेडिकल कर्मी, मरीजों से घटना के संबंध में पूछताछ की। पूछताछ में घटना की सही होने की पुष्टि के बाद टीम ने रिपोर्ट डीसी को सौंपी थी।
डीसी शशि रंजन ने इसे घोर अनुशासनहीनता और सरकारी कार्य में रुचि नहीं लेने का मामला बताते हुए स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग से कार्रवाई करने की अनुशंसा की, जिसके बाद डॉ. विपिन फुलजेंस खलखो को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई की भी तैयारी भी प्रारंभ कर दी है।