रांची : झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के तत्वावधान में भारत के संविधान निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयन्ती प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय, कांग्रेस भवन, रांची में मनाई गई. इस अवसर पर वक्ताओं ने डॉ. अंबेडकर को सामाजिक नवजागरण का अग्रदूत बताते हुए उनके जीवनी पर व्यापक रूप से प्रकाश डाला. वक्ताओं ने कहा कि उनका जीवन सदियों से शोषित-दलित मानव के सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक उत्थान के लिए समर्पित था. वे समाज में व्याप्त रूढ़िवादी एवं विषमता को समूल समाप्त करने के लिए जीवन-पर्यन्त संघर्ष करते रहे. बाबा साहब एक सुलझे हुए राजनीतिज्ञ और राष्ट्रीय नेता थे. उन्होंनें अपने पीछे भारत के संविधान के रूप में एक मूल्यवान विरासत छोड़ा है.
वक्ताओं ने कहा कि जब तक व्यक्ति सुरक्षित और समृद्ध नहीं होगा, तब तक कोई समाज और देश का विकास नहीं कर सकता. जब तक उच्च-नीच का भेदभाव सामाजिक एवं आर्थिक विषमताओं के विरूद्ध जनता के संघर्ष का बिगुल बजेगा डा. अंबेडकर का नाम आदर के साथ लिया जायेगा. उन्होंनें महिला और कमजोर वर्गों के समान अधिकार के लिए शंखनाद किया.
इस अवसर पर प्रदेश संगठन महासचिव अमूल्य नीरज खलखो, मीडिया चेयरमैन सतीश पॉल मुंजनी, प्रवक्ता सोनाल शांति, निरंजन पासवान, केदार पासवान, सहदेव राम, राजू राम, जगरनाथ साहू, विशिष्ट लाल पासवान, रमेश पाण्डेय, रंजीत बाउरी, भूषण कुमार सहित काफी संख्या में कांग्रेसजनों ने श्रद्धासुमन अर्पित किये.
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