JoharLive Team
रांची। भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. अरुण उरांव ने कहा कि पार्टी ने राज्य को विकास की नई दृष्टि दी है। उन्होंने कहा कि झामुमो सहित अन्य झारखंड नामधारी पार्टियों ने झारखंडियों की भावनाओं के साथ सिर्फ खिलवाड़ किया।
उरांव ने रविवार को कहा कि जल, जंगल और जमीन के नारे के साथ झारखंडियों को सिर्फ ठगते रहे। इन पार्टियों के नेता सीएनटी एसपीटी एक्ट का नाम लेकर खुद ही इस एक्ट का उल्लंघन करते रहे। सत्ता मिली तो राज्य के विकास के नाम पर अपना और अपने परिवारों का विकास किया। उरांव ने कहा कि भाजपा ने अलग राज्य की सौगात दी। वर्षों से लंबित स्थानीय नीति की मांग को पूरा किया। एक लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार दिया, जिसमें बड़ी तादाद आदिवासियों मूलवासियों की रही है। साथ ही पहाड़िया बटालियन का गठन किया। आदिवासी समुदाय के प्रधानों को सम्मान राशि दी। आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के गांव को आदर्श गांव की के रूप में विकसित किया जा रहा है। सभी गांवों तक सड़कों का जाल बिछा। बिजली की सुविधा उपलब्ध कराई गई। गांव-गांव में शौचालय बनाए गए। इसके विपरीत बाकी पार्टियों ने आदिवासी समुदाय को महज वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया।
उरांव ने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में आदिवासी समुदाय के लिए अगले पांच वर्षों का एजेंडा तैयार किया है। इसके तहत प्रदेश में राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना करना है। साथ ही 2022 तक केंद्र द्वारा स्वीकृत 70 नये एकलव्य मॉडल स्कूलों को तेजी से पूरा करने की बात शामिल की गई है। जनजातियों के स्वामित्व वाले स्टार्टअप के लिए एकीकृत क्षेत्र और पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की बात भी शामिल की गई है। जनजातियों को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए रियायती दर पर 500000 ऋण देने की योजना पर काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से भाजपा के द्वारा जनजातीय समुदाय के लिए किए जाने वाले इन कार्यों का सकारात्मक परिणाम मिला है। पार्टी को विश्वास है कि जनजातीय समुदाय का समर्थन और बढ़ेगा।